VTR से निकले बाघ का अभी तक सुराग नहीं, बेतिया में मिले पंजे के निशान, खौफ में ग्रामीण
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वाल्मिकीनगर टाइगर रिजर्व से निकले बाघ के पंजों के निशान बेतिया जिले के चनपटिया से सटे पिपरा गांव के पास सिकरहना नदी के किनारे मिले हैं। जिसके बाद गांवों में दहशत पसर गई है। वहीं वन विभाग के कर्मचारी अभी तक बाघ का सुराग नहीं लगा पाए हैं। वहीं अभी तक किसी ने बाघ को देखा नहीं है। जानकारी के मुताबिक बाघ की निगरानी और उसकी गतिविधि पर नजर रखने के लिए 20 वनकर्मियों की टीम कैंप कर रही है।
मंगुराहां वन क्षेत्र के रेंजर सुनील पाठक ने बताया कि चनपटिया के पिपरा गांव के पास सरेहों में बाघ का पगमार्क मिला है। ग्रामीणों ने ही बाघ की चहलकदमी की सूचना दी है। सूचना के आधार पर वन कर्मियों की टीम को पिपरा गांव के सरेहों में भेजा गया है। वे लोग बाघ की निगरानी व उसके गतिविधि पर नजर रख रहे हैं। उन्होंने लोगों को आगाह करते हुए कहा कि अगर बाघ दिखे तो उससे छेड़छाड़ ना करें और सरेह की ओर न जाएं।
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आपको बता दें कि पिछले दिनों मैनाटांड़ के पुरैनिया में बाघ नीलगाय के शिकार करने और उसे खाने के बाद लिपनी गांव पहुंचा था। उसके बाद उसका पगमार्क साठी के बसंतपुर में करताहां नदी के किनारे के सरेहों में मिला। इधर मंगलवार को चनपटिया के पिपरा गांव के सरेहों में लोगों ने बाघ के पगमार्क देख दहशत में हैं। पेंड़-पौधे, गन्ना के खेतों और झाड़ियां होने के चलते वनकर्मियों को ट्रैकिंग करने में परेशानी हो रही है।