Udaipur: Kataria’s Rude Behavior, He Pushed Away The Old Man Who Had Come To Welcome Vasundhara – Amar Ujala Hindi News Live


राजस्थान
– फोटो : अमर उजाला
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भारतीय जनसंघ के संस्थापक सुंदरसिंह भंडारी और श्यामाप्रसाद मुखर्जी की स्मृति में व्याख्यानमाला के साथ ही विभूतियों के सम्मान समारोह के आयोजन में रंग में भंग पड़ गया, जब मंच पर मौजूद मुख्य अतिथि असम के राज्यपाल व राज्य के पूर्व गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया ने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को हार पहनाने आए आरएसएस के एक बुजुर्ग कार्यकर्ता को धक्के देकर नीचे उतार दिया। समारोह स्थल सुखाड़िया रंगमंच में मौजूद करीब दो हजार दर्शक और मंच पर वसुंधरा राजे समेत वहां बैठे अन्य अतिथि कटारिया के इस बर्ताव से अवाक रह गए।
जानकारी के अनुसार विशिष्टजनों के स्वागत के बीच आरएसएस के बुजुर्ग कार्यकर्ता विजयराज सुहालका एक हाथ में छड़ी और दूसरे हाथ में फूलमाला थामे मंच पर चढ़ गए। उन्हें पुलिस या किसी भी सिक्योरिटी पर्सन या समारोह के आयोजकों ने मंच पर जाने से नहीं रोका। सुहालका पूर्व सीएम को हार पहनाने के लिए बढ़े ही थे कि असम के राज्यपाल और राज्य के पूर्व गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया ने खुद मुख्य अतिथि के आसन से खड़े होकर विजय राज सुहालका को तीन-चार बार धक्के देकर फटकारते हुए मंच उतार दिया।
वहां मौजूद सुरक्षा कर्मियों और पुलिस ने सुहालका को मंच से उतरने के लिए उनकी मदद की। कटारिया के इस बर्ताव ने सुखाड़िया रंगमंच पर मौजूद भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच कई तरह के सवाल खड़े कर दिए हैं। इनमें सबसे अहम य है कि मंच पर बेरोकटोक चढ़-उतर कर रहे भाजपा कार्यकर्ताओं से कटारिया को कोई दिक्कत नहीं हुई तो विजय राज सुहालका पर भड़कने की वजह क्या थी? मंच पर मौजूद लोगों में से किसी भी जिम्मेदार व्यक्ति से कहकर सुहालका को सम्मानपूर्वक नीचे जाने के लिए कहा जा सकता था।
अधिकांश श्रोताओं का कहना था कि कटारिया सामान्य मूड में नहीं थे। उन्होंने सुंदर सिंह भंडारी चेरिटेबल ट्रस्ट के पदाधिकारी कुंती लाल जैन के मंच संचालन में कमियां निकालकर सार्वजनिक रूप से उन्हें फटकार लगा दी थी।
कार्यक्रम की मुख्य वक्ता वसुंधरा राजे ने अपने संबोधन में कहा कि अब राजनीतिक मूल्य धराशायी हो गए हैं। रातोंरात सत्ता पाने की भूख बढ़ गई है। हमने जिन लोगों को उंगली पकड़कर राजनीति की डगर पर चलना सिखाया था, आज वे उसी उंगली को काट रहे हैं। करीब 40 मिनट के भाषण में वसुंधरा ने राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री मोहनलाल सुखाड़िया, भैरोंसिंह शेखावत की कार्यशैली का जिक्र किया मगर अपनी ही पार्टी के वर्तमान मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नाम का भी उन्होंने नहीं लिया।