The Way Is Clear For The Construction Of Atal Medical University – Amar Ujala Hindi News Live
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नेरचौक (एएमआरयू) के स्थायी परिसर को बनाने के लिए सुंदरनगर में चिह्नित भूमि को सरकार ने स्वीकृति दे दी है। इसके चलते अब विवि का अपना परिसर बनाने की राह आसान हो गई है।
![हिमाचल: अटल मेडिकल यूनिवर्सिटी के निर्माण का रास्ता साफ, स्थायी परिसर बनाने को केंद्र सरकार ने दी मंजूरी The way is clear for the construction of Atal Medical University](https://staticimg.amarujala.com/assets/images/2024/04/19/atal-medical-university_4760c90eb3bc0844cc7cf79c896776e5.jpeg?w=414&dpr=1.0)
अटल मेडिकल और अनुसंधान विवि नेरचौक
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
अटल मेडिकल यूनिवर्सिटी नेरचौक (एएमआरयू) के स्थायी परिसर को बनाने के लिए सुंदरनगर में चिह्नित भूमि को सरकार ने स्वीकृति दे दी है। इसके चलते अब विवि का अपना परिसर बनाने की राह आसान हो गई है। एएमआरयू ने स्थायी परिसर निर्माण को लेकर सुंदरनगर के बलग में 130 बीघा भूमि चिह्नित की गई थी। इसके लिए वाइस चांसलर सुरेंद्र कश्यप और रजिस्ट्रार अमर नेगी द्वारा राज्यपाल से मिलकर जमीन की अनुमति जल्द दिलाने का आग्रह किया था।
अभी अटल चिकित्सा एवं अनुसंधान विश्वविद्यालय का संचालन श्री लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज नेरचौक के अस्पताल के परिसर में किया जा रहा है। अपना परिसर न होने के कारण प्रबंधन को संचालन को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। मेडिकल यूनिवर्सिटी के लिए बल्ह में ही मेडिकल कॉलेज के नजदीक ढांगू में भूमि चिह्नित की गई थी। सरकार द्वारा इसकी मंजूरी भी प्रदान कर दी गई थी मगर बरसात के कारण काफी जमीन खड्ड में बह गई थी। इसलिए सुंदरनगर के बलग में 130 बीघा भूमि मिलने पर उसे सरकार के पास स्वीकृति के लिए भेजा था।
जल्द निर्माण होगा शुरू : कश्यप
वीसी सुरेंद्र कश्यप ने कहा कि सरकार ने सुंदरनगर में अटल चिकित्सा एवं अनुसंधान विश्वविद्यालय मंडी स्थित नेरचौक (एएमआरयू) के स्थायी परिसर के निर्माण को भूमि को प्रदेश वन संरक्षण अधिनियम के तहत मामले को आरंभ करने की स्वीकृति दे दी है। अब आगे की प्रक्रिया जल्द आरंभ की जाएगी। सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद सबसे पहले प्रशासनिक भवन, लाइब्रेरी व हॉस्टल आवासीय परिसर का निर्माण किया जाएगा। इससे अटल चिकित्सा एवं अनुसंधान विश्वविद्यालय का कार्य शुरू किया जा सकेगा। अन्य भवन व विभाग उसके बाद नियमित रूप से निर्मित किए जाएंगे।