The municipal corporation in Pali has made efforts to save the fish. | पाली में नगर निगम जुटी मछलियों को बचाने: जाल से पकड़कर गंदे पानी से निकाल साफ पानी में छोड़ रही मछलियों को – Pali (Marwar) News

पाली के चादर वाले बालाजी मंदिर के पीछे लाखोटिया के तीसरे हिस्से से मछलियों को जाल में पकड़कर साफ पानी में छोड़ते हुए निगम की टीम।
पाली के चादर वाले बालाजी मंदिर के पीछ लाखोटिया तालाब के तीसरे हिस्से में मछलियों को जाल से पकड़कर गुरुवार को नगर निगम की टीम तालाब के साफ पानी में छोड़ते नजर आई ताकि मछलियों को मरने से बचाया जा सके। इसके साथ ही प्रदूषण नियंत्रण मंडल ने भी यहां के पानी
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पाली शहर के लाखोटिया तालाब के तीसरे हिस्से से मछलियों को बाहर निकालकर उसे साफ पानी में छोड़ते हुए निगम की टीम।
पाली शहर के लाखोटिया तालाब में गुरुवार सुबह मछलियां एक बार फिर से किनारे पर आने लगी। यह देख स्थानीय लोगों ने निगम आयुक्त को अवगत करवाया। उन्होंने मौके पर टीम भेजी जो तालाब के किनारे आई मछलियों को जाल से पकड़कर तालाब के दूसरे हिस्से में भरे साफ पानी में छोड़ते नजर आई। इसके साथ ही दमकल की ओर से साफ पानी भी तालाब में खाली करवाया गया। ताकि गंदा पानी मिलने से तालाब के पानी में जो ऑक्सीजन लेवल कम हुआ उसे दुरुस्त किया जा सके। बता दे कि लोगों ने तालाब में रंगीन पानी नाला लीकेज होने से मिलने की शिकायत की थी। इस पर प्रदूषण नियंत्रण मंडल की टीम ने भी बुधवार शाम को यहां पानी के सैंपल लेकर जांच के लिए लैब भेजे।
यह है मामला बता दे कि निगम की ओर से चादर वाले बालाजी मंदिर के निकट बरसाती पानी को डायवर्ड करने के लिए निर्माण कार्य चलाया जा रहा है। जहां मिट्टी के कट्टों से रोका लगाया हुआ था। रात के अंधेरे में कट्टा खिसक गया। जिससे नाले का गंदा पानी लाखोटिया तालाब के तीसरे भाग चादर वाले बालाजी मंदिर के पीछे तालाब में भरे पानी में मिलता रहा। मंगलवार सुबह जब कुछ शहरवासी मछलियों को दाना देने पहुंचे तो वहां के हालात देख घबरा गए। तालाब में रंगीन पानी नजर आ रहा था और नाले का गंदा पानी तालाब में मिल रहा था। जिससे तालाब के पानी में ऑक्सीजन लेवल कम होने से मछलियां तड़पने लगी। लोगों की सूचना पर नगर निगम की टीम मौके पर पहुंची और गंदे पानी में दमकल से फ्रेश वाटर डलवाया। ताकि मछलियों को मरने से बचाया जा सके।