The driver was kidnapped on the pretext of tea and ransom was demanded | चाय के बहाने बुलाकर ड्राइवर को किडनेप किया,फिरौती मांगी: मास्टरमाइंड विधवा महिला ने 20 साल छोटे लिवइन पार्टनर और दोस्तों के साथ मिलकर की वारदात,पुलिस ने 4 आरोपियों को पकड़ा – Sikar News

सीकर की सदर थाना पुलिस द्वारा गिरफ्तार चारों आरोपी।
सीकर की सदर थाना पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने ड्राइवर का का किडनैप कर 3 लाख की फिरौती मांगने के मामले में मास्टरमाइंड महिला, महिला के लिवइन पार्टनर सहित 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। चारों आरोपी चार दिन के पुलिस रिमांड पर है। आज सीकर पु
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एसपी भुवन भूषण यादव ने बताया कि 23 मई को परिवार की महेंद्र जाखड़ पुत्र मुन्ना लाल जाखड़ निवासी दुजोद ने मुकदमा दर्ज करवाया कि 22 मई को उसके पिता मुन्नालाल दोपहर 2 बजे के करीब घर से पिलानी में शादी में जाने की बात कह कर निकले थे। जो न तो पिलानी शादी में पहुंचे और न ही घर पर आए थे। सुबह महेंद्र के पास उसके ही पिता का मेरे पास 3 लाख भेजो,फोन पर दूसरी आवाज आई जिसने कहा कि 3 लाख रुपए भेजो वरना यह जो आदमी है इसको जान से मार देंगे,इसके हाथ पैर तोड़ दिए जाएंगे। ऐसे में महेंद्र के पिता को लगा कि उसके पिता का अपहरण हुआ है और फिरौती मांगी जा रही है। पुलिस ने मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए किडनैप हुए 55 साल के मुन्नालाल को दस्तयाब करने और आरोपियों को पकड़ने के लिए काम शुरू किया।

सदर थाना पुलिस की गिरफ्त में चारों आरोपी
मुकदमा दर्ज होने के पहले ही सदर थाना पुलिस ने साइबर सेल और अन्य टेक्निकल सोर्सेज के जरिए एक टीम को राजगढ़ झुपा हरियाणा बॉर्डर पर भेजा। मुन्न लाल के बेटे महेंद्र के बताए अनुसार पुलिस ने इस मामले में क्लू जुटाने शुरू किए। जब सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक की गई तो सामने आया कि मुन्नालाल अपने ऑफिस गहलोत मोटर्स से रेलवे स्टेशन सीकर पहुंचा। जहां से पहले वह ट्रेन के जरिए चिड़ावा और चिड़ावा से पिलानी पहुंचा।
किडनैप करने वाले लोगों ने महेंद्र की उसके पिता मुन्नालाल से बात करवाई थी। तब मुन्नालाल ने खुद को राजगढ़ में होना बताया। ऐसे में सदर थाना पुलिस सीकर, साइबर सेल सीकर और राजगढ़ थाने की पुलिस ने जानकारी जुटाई। पुलिस ने अपने ह्यूमन इंटेलिजेंस सोर्स भी एक्टिव किया। जिन्होंने हरियाणा राजस्थान बॉर्डर के गांव झुंपा में एक सफेद रंग की बोलेरो गाड़ी की जानकारी दी।

मास्टरमाइंड महिला मीनाक्षी।
पुलिस ने इस गाड़ी का पीछा करना शुरू किया। करीब 5 किलोमीटर तक पुलिस ने गाड़ी का पीछा किया तो गाड़ी ड्राइवर ने उसे गाड़ी को हाईवे से श्योपुरा जाने वाले रास्ते पर उतार दिया। ऐसे में पुलिस टीम ने बोलेरो गाड़ी के आगे और पीछे अपनी गाड़ियां लगाकर गाड़ी को रुकवाया। जैसे ही बोलेरो गाड़ी बुकिंग तो उसमें से ड्राइवर और दो अन्य लोग उतरकर भागने लगे। जिन्हें पुलिस टीम ने पकड़ लिया।
जब उस गाड़ी की तलाशी ली गई तो मुन्नालाल उसी गाड़ी में बैठा हुआ मिला। जिसका मुंह ढका हुआ था। ऐसे में पुलिस ने मुन्नालाल को दस्तयाब किया। साथ ही मामले में तीन आरोपी दिनेश जाट(25) पुत्र मीरसिंह, कुलदीप सिंह (27) पुत्र बजरंगलाल जाट और कृष्ण(29) पुत्र जयप्रकाश जाट को गिरफ्तार कर लिया। जब उन तीनों से पूछताछ की गई तो उन्होंने अपने साथ आरोपी मीनाक्षी स्वामी (45) पत्नी स्व. उम्मेद को आज गिरफ्तार किया। जिन्हें कोर्ट में पेश करके चार दिन के रिमांड पर लिया गया है।

सीकर एसपी भुवन भूषण यादव ने आज पूरे मामले का खुलासा किया।
अब तक की पुलिस इन्वेस्टिगेशन में सामने आया है कि इस पूरी घटना की मास्टरमाइंड महिला आरोपी मीनाक्षी स्वामी है। जो सीकर में एक प्राइवेट स्कूल में नौकरी करती थी। इस स्कूल में गहलोत मोटर में ड्राइवर की नौकरी करने वाले मुन्नालाल के पोते-पोती पढ़ने के लिए जाते थे। कई बार मुन्नालाल अपने पोते और पोती को स्कूल छोड़ने के लिए जाते थे। ऐसे में मुन्नालाल की मीनाक्षी से पहचान हुई थी। मीनाक्षी सीकर में स्कूल की नौकरी छोड़ चुकी थी। इसलिए वह दूसरी जगह नौकरी लगवाने के लिए मुन्नालाल से बात करती थी।
21 मई को भी मीनाक्षी ने मुन्नालाल को कॉल किया। तब मुन्ना लाल ने बातचीत में कह दिया कि कल वह पिलानी जाएगा किसी शादी समारोह में शामिल होने के लिए। मीनाक्षी ने कहा कि वह अभी पिलानी में ही है। ऐसे में उसके घर पर चाय पीने के लिए आए। जैसे ही पिलानी पहुंचने के बाद मुन्नालाल मीनाक्षी के घर गया तो वहां गेट में घुसते ही अन्य तीन आरोपियों ने मुन्नालाल का किडनैप कर लिया और फिर लगातार उसे गाड़ी में घूमाते रहे। आरोपियों ने पहले 8 लाख की फिरौती मांगना चाही। लेकिन मुन्नालाल ने इतना अमाउंट नहीं होना बताया। इसके बाद बदमाशों ने 3 लाख रुपए की फिरौती मांगी।
पुलिस के अनुसार मीनाक्षी के पति की मौत हो चुकी है। इसलिए वह अपने से 20 साल छोटे दिनेश के साथ लिवइन में रह रही थी। मीनाक्षी के कहने पर ही अन्य तीन आरोपियों ने इस पूरी वारदात को अंजाम दिया। हालांकि अब तक इन आरोपियों पर पूर्व में कोई भी मुकदमा दर्ज होने की जानकारी सामने नहीं आई है। लेकिन संभावना है कि इस तरह से कोई वारदात की हो। आरोपी की गिरफ्तारी में इंस्पेक्टर इन्द्रराज मरोड़िया,ASI नरेश कुमार, कांस्टेबल अनिल सहित सदर थाना पुलिस और साइबर सेल टीम की अहम भूमिका रही।