The dispute of the former royal family of Bikaner has come to the fore again | बीकानेर के पूर्व राजघराने का विवाद फिर चौड़े आया: होटल संचालक ने विधायक सिद्धि कुमारी पर दर्ज कराई एफआईआर, वहीं दूसरे गुट ने बुआ राज्यश्री पर – Bikaner News

उदयपुर के पूर्व राजघराने का विवाद अभी थमा भी नहीं है और बीकानेर के पूर्व राजघराने का विवाद फिर पुलिस थाने तक पहुंच गया है। बीकानेर के बीछवाल थाने में एक नहीं बल्कि दो एफआईआर दर्ज हुई है। अदालत के आदेश पर सिद्धि कुमारी के खिलाफ लक्ष्मी निवास पैलेस में
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बीछवाल थानाधिकारी गोविन्द सिंह चारण ने बताया- मैसर्स गोल्डन फोर्स एंड पैलेसे प्राइवेट लिमिटेड के राजीव मिश्रा ने कोर्ट के आदेश से एफआईआर दर्ज करवाई है। जिसमें आरोप है कि फर्म ने सिद्धि कुमारी के पिता नरेंद सिंह के साथ वर्ष 1999 में लीज डीड की थी। तब पचास लाख रुपए दिए। इसके बाद भी होटल पर करोड़ों रुपए खर्च किए लेकिन चार अप्रैल 2010 को तीन करोड़ रुपए सिद्धि कुमारी ने स्वयं लिए और एक करोड़ राज्यश्री के नाम से वसूले। इसके बाद भी लक्ष्मी निवास होटल संचालन में बाधा उत्पन्न कर रहे हैं। लीज डीड को नहीं मानते हुए लक्ष्मी निवास का लालगढ़ पैलेस की तरफ खुलने वाला गेट बंद कर दिया। दस करोड़ रुपए और देने का दबाव बना रहे हैं। नहीं देने पर होटल खाली करवाने का प्रयास किया जा रहा है। आरोप है कि नरेंद्र सिंह ने 19-19 साल की तीन लीज की थी। यानी कुल 57 साल के लिए थी। ये एफआईआर पीसीपीएनडीटी कोर्ट के आदेश पर दर्ज हुई है।
राज्यश्री पर भी एफआईआर दूसरा मामला बीकानेर पूर्व की सिद्धि कुमारी की अगुवाई वाले एक ट्रस्ट के सदस्य की ओर से दर्ज करवाया गया है, जिसमें आरोप सिद्धि कुमारी की बुआ राज्यश्री पर है। स्वयं को ट्रस्ट सदस्य बताते हुए संजय शर्मा ने मामला दर्ज करवाया है कि ट्रस्टी व प्रतिनिधि राजश्री कुमारी, मधुलिका कुमारी, राजेश पुरोहित, पुखराज, गोविन्द सिंह, हनुवंत सिंह ने सहायक आयुक्त के आदेश के विपरीत जाकर असल रिकार्ड खुर्द बुर्द कर दिया। वहां से कहीं लेकर चले गए। सिद्धि कुमारी स्वयं ये रिकार्ड लेने गई थी लेकिन नहीं दिया गया।