Sikar Weather: सीकर में मानसून से पहले भारी बारिश, किसानों को राहत.

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Sikar Weather Update: सीकर में मानसून से पहले भारी बारिश हो रही है, जिससे तापमान में गिरावट आई है. शहरी इलाकों में जलभराव से लोगों को परेशानी हो रही है, जबकि किसानों के लिए यह बारिश राहत की बूंदें साबित हो रही …और पढ़ें
हाइलाइट्स
- सीकर में भारी बारिश से तापमान में गिरावट आई.
- शहरी इलाकों में जलभराव से लोगों को परेशानी हो रही है.
- किसानों के लिए बारिश राहत की बूंदें साबित हो रही है.
Sikar Weather Update: सीकर में मानसून से पहले ही जमकर बारिश हो रही है. पिछले तीन दिनों से यहां अच्छी बारिश हो रही है. मंगलवार को सीकर शहर और ग्रामीण इलाकों में भारी बारिश हुई. सुबह से देर रात तक अलग-अलग इलाकों में बारिश होती रही. मौसम विभाग के अनुसार, सीकर शहर में 30 एमएम, लोसल में 59 एमएम, खंडेला में 46 एमएम, फतेहपुर में 37 एमएम और पलसाना में 36 एमएम बारिश दर्ज की गई. लगातार बारिश से नमी बढ़ गई और दिन का तापमान 2 डिग्री से ज्यादा गिर गया. फतेहपुर कृषि अनुसंधान केंद्र पर मंगलवार को अधिकतम तापमान 33.0 और न्यूनतम 23.8 डिग्री दर्ज किया गया. मौसम विभाग ने कहा है कि आज बुधवार को भी कई जगहों पर बारिश हो सकती है. गुजरात और आसपास के इलाकों में कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है, जो अगले 24 घंटों में राजस्थान के दक्षिणी इलाके में प्रवेश कर सकता है.
शहर में लगातार बारिश ने गर्मी से राहत तो दी है, लेकिन लोगों की चिंता बढ़ा दी है. भारी बारिश के कारण नवलगढ़ रोड, पिपराली रोड, बजाज रोड, राधाकिशनपुरा अंडरपास, लोहारू बस स्टैंड, फतेहपुर रोड आदि इलाकों में रास्ते बंद हो गए और लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया. इन इलाकों में घंटों तक पानी भरा रहा और लोगों को जान जोखिम में डालकर गुजरना पड़ा. नवलगढ़ रोड और पिपराली रोड को स्टूडेंट एरिया कहा जाता है, जहां जेईई और नीट जैसी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले हजारों छात्र आते हैं. ऐसे में जलभराव से छात्रों की समस्या भी बढ़ गई है.
बारिश किसानों के लिए राहत बनकर आई
किसानों के लिए यह बारिश राहत की बूंदें लेकर आई है. सीकर जिले में भारी बारिश के बाद अब खेतों में बिजाई शुरू हो सकेगी. किसान बाजरा, ग्वार, मूंग, मोठ, चंवला और मूंगफली जैसी फसलों की बुवाई कर सकेंगे. कई इलाकों में फसल बुवाई के बाद बारिश से फसल अंकुरित भी होने लगी है. ऐसे में प्री मानसून की बारिश किसानों के लिए राहत बनकर आई है.