Seven day long Shrimad Bhagwat Katha concluded in Dholpur | धौलपुर में सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा संपन्न: कथावाचक बोले- भागवत श्रवण से जीव का उद्धार, हजारों श्रद्धालुओं ने लिया प्रसाद – Dholpur News

कायस्थपाड़ा स्कूल में सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का सोमवार को समापन हुआ।
धौलपुर के बजरिया स्थित कायस्थपाड़ा स्कूल में सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का सोमवार को समापन हुआ। मिहावा से पधारे कथा व्यास भागवताचार्य पं. बृजभूषण शास्त्री ने व्यासपीठ से कथा का श्रवण कराया।
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कथा के प्रारंभ में परीक्षित भगवती देवी और ठा. भरत सिंह परिहार ने भागवत पुराण की पूजा-अर्चना की। कथा में विभिन्न धार्मिक प्रसंगों का वर्णन किया गया। भजनों की प्रस्तुति से भक्तगण आत्मविभोर हो गए।
पं. बृजभूषण शास्त्री ने कहा कि भागवत कथा के श्रवण से व्यक्ति भवसागर पार कर जाता हैं। श्रीमद्भागवत से जीव में भक्ति, ज्ञान और वैराग्य के भाव जागते हैं। श्रवण मात्र से पाप पुण्य में बदल जाते हैं। उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं का वर्णन किया।
कथा के अंतिम दिन शुकदेव द्वारा राजा परीक्षित को सुनाई गई कथा का वर्णन किया गया। कथावाचक ने बताया कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम और भगवान श्रीकृष्ण के जीवन से सीख लेकर मोक्ष प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सच्ची श्रद्धा से की गई सेवा करने वाले कभी दुख नहीं भोगते। समापन पर आयोजकों ने विशाल भंडारे का आयोजन किया। हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया और कथा व्यास का आशीर्वाद लिया।