राजस्थान में मानसून के आगमन से पहले नालों की सफाई का काम शुरू कर दिया गया है। हालांकि मानूसन के आने की तिथि 20 जून है लेकिन इस बार दक्षिणी तथा पूर्वोत्तर राज्यों में यह समय से पहले आ चुका है। ऐसे में संभावना है कि राजस्थान में भी यह समय से पहले एंट्री करेगा। इसी के चलते प्रदेश में मानूसन से पहले नालों की सफाई का काम शुरू कर दिया गया है। बीते 24 घंटों के दौरान बीकानेर संभाग, शेखावाटी, जयपुर तथा भरतपुर संभाग में कई हिस्सों में बारिश हुई है। मौसम विभाग के अनुसार 31 मई व 1 जून को प्रदेश में बारिश की गतिविधियों में कुछ कमी आएगी। इसके बाद 2 से 4 जून तक प्रदेश में तेज आंधी और बारिश देखने को मिल सकती है।
सोमाली जेट (लो लेवल विंड स्ट्रीम) के प्रभाव से इस बार दक्षिण-पश्चिमी मानसून तेजी से आगे बढ़ रहा है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार राजस्थान में मानूसन की ऑनसेट तिथि 20 जून निर्धारित की गई थी लेकिन मौजूदा समय में यह अपने तय शेड्यूल से करीब 15 दिन पहले चल रहा है।
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सोमाली जेट क्या है?
ये एक लो लेवल विंड स्ट्रीम है, जिसमें मॉरीशस और मेडागास्कर से निचले स्तर की हवाएं चलती हैं और अपने साथ दक्षिणी-पश्चिमी मानसून को लेकर तेजी से आगे बढ़ रही हैं। अब तक मानूसन महाराष्ट्र में मुंबई को क्रॉस कर चुका है। संभावना है कि मई के अंत तक यह मध्य भारत में पहुंच जाएगा।
अगले 5 दिनों तक प्रदेश के तापमान में भी गिरावट रहेगी। इस दौरान हीट वेव से भी लोगों को राहत मिलेगी। अधिकतम तापमान का स्तर 45 डिग्री के नीचे रहेगा। बीते 24 घंटों के दौरान तापमान की स्थिति इस प्रकार रही। बीते 24 घंटों में प्रदेश के अधिकतम तापमान की स्थिति इस प्रकार रही। अजमेर में 39.8, भीलवाड़ा 39.3, वनस्थली 41.2, अलवर में 35.5, जयपुर में 35.7, पिलानी में 37.2, सीकर 36.2, कोटा में 41.8, बाड़मेर में 41.4, जैसलमेर में 43.6, जोधपुर में 40.4, चूरू में 39.9 तथा बीकानेर में 42.2 और गंगानगर में 42.4 डिग्री अधिकतम तापमान दर्ज किया गया।