राजस्थान के भरतपुर स्थित श्री जगन्नाथ पहाड़िया मेडिकल कॉलेज से जुड़े NEET 2020 परीक्षा घोटाले में जयपुर पुलिस ने एक और बड़ा खुलासा किया है। पुलिस ने गुरुवार रात भरतपुर से डमी कैंडिडेट अजीत गोरा को गिरफ्तार किया है, जिसने दूसरे अभ्यर्थी के प्रवेश पत्र पर अपनी फोटो लगाकर परीक्षा दी थी।
पुलिस जांच में सामने आया कि चौमूं जिले के कचौलिया गांव निवासी सचिन गोरा ने NEET 2020 के लिए आवेदन करते समय अपने रिश्तेदार अजीत गोरा की फोटो लगाई थी। परीक्षा में अजीत ने 700 में से 667 अंक हासिल किए, जिसके आधार पर सचिन को जोधपुर एम्स में एमबीबीएस कोर्स में प्रवेश मिल गया था।
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इस गड़बड़ी का खुलासा तब हुआ जब कचौलिया निवासी भीमराव ने जयपुर एसओजी को शिकायत दी। यह शिकायत 15 मई को चौमूं थाने में दर्ज हुई थी, जिसकी जांच जयपुर पश्चिम के सहायक पुलिस आयुक्त अशोक चौहान कर रहे हैं। पहले सचिन को हिरासत में लिया गया और फिर पुलिस टीम भरतपुर पहुंची, जहां स्थानीय पुलिस के सहयोग से अजीत को गिरफ्तार किया गया फिलहाल जयपुर पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है।
गौरतलब है कि इससे पहले भी सीबीआई ने भरतपुर मेडिकल कॉलेज से दो डमी कैंडिडेट्स, जोधपुर निवासी कुमार मंगल और दौसा निवासी दीपेंद्र कुमार को गिरफ्तार किया था, जो फर्जीवाड़े से नीट परीक्षा दे रहे थे।
पुलिस को आशंका है कि यह सिर्फ कुछ छात्रों तक सीमित मामला नहीं है, बल्कि इसमें संगठित गिरोह शामिल हो सकते हैं, जो फर्जी कैंडिडेट्स के जरिए मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश दिलवाते हैं। जयपुर पुलिस ने अजीत और सचिन दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है। नीट परीक्षा में फर्जीवाड़े के इस मामले ने मेडिकल शिक्षा की पारदर्शिता और प्रवेश प्रणाली की विश्वसनीयता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।