राजस्थान में चंबल के बीहड़ों से एक बार फिर हथियारों की खतरनाक खेप सामने आई है। एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) और धौलपुर पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए चंबल गैंग के दो बदमाशों को गिरफ्तार किया है, जिनके पास से एक AK-47 राइफल, मैगजीन और 34 जिंदा कारतूस समेत भारी मात्रा में अवैध हथियार बरामद किए गए। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान जीतू चंबल उर्फ जितेंद्र और तेजपाल ठाकुर के रूप में हुई है।
यह कार्रवाई धौलपुर जिले के राजाखेड़ा थाना क्षेत्र स्थित बसई घीयाराम गांव में की गई। AGTF को पुख्ता सूचना मिली थी कि कुख्यात अपराधी रामदत्त उर्फ सोनू चंबल द्वारा कुछ समय पहले लाया गया खतरनाक हथियार, AK-47, उसके छोटे भाई जीतू चंबल के पास मौजूद है। इसी सूचना के आधार पर 4 जून को पुलिस ने दबिश दी और हथियार समेत दोनों बदमाशों को दबोच लिया।
जीतू चंबल का बड़ा भाई सोनू चंबल राजस्थान, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में फैले हथियार तस्करी, हत्या, अपहरण और डकैती जैसे 35 से अधिक मामलों में वांछित रहा है। हाल ही में हरियाणा पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था, लेकिन लंबे समय तक वह फरारी के दौरान पुलिस पर फायरिंग करता रहा। उसकी गैंग के खिलाफ AGTF की नजर लंबे समय से थी।
इससे पहले 8 मई को भी AGTF और DST टीम ने धौलपुर के सदापुर गांव के बीहड़ों में सर्च ऑपरेशन चलाया था, जिसमें गैंग के कुछ बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग की। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने एक डकैत माधव सिंह को गिरफ्तार किया था, जिसके पास से 12 बोर की बंदूक, देशी कट्टे और बड़ी मात्रा में कारतूस बरामद किए गए थे। पूरे गिरोह का संचालन पहले सोनू चंबल करता था, लेकिन उसकी गिरफ्तारी के बाद उसके छोटे भाई जीतू ने कमान संभाल ली थी। इस गैंग का तीसरा भाई शिवदत्त भी अपराधों में सक्रिय रहा है। तीनों भाई पहले कुख्यात आनंदपाल गैंग के भी सदस्य रह चुके हैं।
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गैंग के नेटवर्क का फैलाव केवल राजस्थान तक सीमित नहीं है, बल्कि यह उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली तक फैला हुआ है। बीहड़ों में इन्होंने बाकायदा फायरिंग रेंज और शरणस्थल बना रखे हैं, जहां अन्य राज्यों के अपराधियों को छुपाया जाता था और फायरिंग की ट्रेनिंग दी जाती थी। पुलिस ने अब तक इस गिरोह से जो हथियार बरामद किए हैं, उनमें AK-47 राइफल, मैगजीन, 34 राउंड, एक 12 बोर की दुनाली बंदूक, दो देशी कट्टे, 23 राउंड 12 बोर, 9 राउंड 315 बोर और 5 राउंड 32 बोर शामिल हैं।
इस पूरी कार्रवाई का नेतृत्व AGTF के इंस्पेक्टर रविंद्र प्रताप सिंह ने किया, जबकि धौलपुर एसपी सुमित मेहरड़ा के निर्देशन में पुलिस की कई टीमें अभियान में शामिल रहीं। इस बड़ी सफलता की जानकारी ADG क्राइम दिनेश एमएन ने दी। राजस्थान पुलिस की इस कार्रवाई से एक बार फिर चंबल के बीहड़ों में खौफ फैलाने वाले गैंग के मंसूबों को करारा झटका लगा है। अब पुलिस की नजर गैंग के बाकी सदस्यों पर है, जिनकी तलाश जारी है।