Published On: Sat, May 24th, 2025

Rajasthan Board 12th Toppers: पिता हुए कलेक्टर ऑफिस से निराश, तो टॉपर बेटी मोनिका ने ठाना अब बनेंगी IAS


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RBSE Board Exam 2025: मोनिका ने राजस्थान बोर्ड परीक्षा में 98% अंक हासिल कर अपने पिता का सपना पूरा करने का संकल्प लिया है. पिता की प्रेरणा से वह IAS बनना चाहती है. स्कूल ने उसे स्कूटी उपहार में दी.

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मोनिका

मोनिका ने राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की परीक्षा में 98% अंक हासिल किए 

हाइलाइट्स

  • मोनिका ने बोर्ड परीक्षा में 98% अंक हासिल किए.
  • मोनिका का लक्ष्य IAS बनकर पिता का सपना पूरा करना है.
  • स्कूल ने मोनिका को स्कूटी उपहार में दी.

जोधपुर. जिले की रहने वाली मोनिका ने राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की परीक्षा में 98% अंक हासिल कर न सिर्फ अपने माता-पिता का नाम रोशन किया, बल्कि अपने भविष्य को लेकर एक बड़ा संकल्प भी लिया है. मोनिका के पिता एक प्लंबर हैं. कुछ समय पहले परिवार को एक गंभीर समस्या का सामना करना पड़ा था, जिसका समाधान न मिलने पर वे जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचे थे. लेकिन वहां से भी निराश होकर लौटना पड़ा.

एक संकल्प: पिता के आँसू और बेटी का सपना
कार्यालय से बाहर आते समय पिता की आँखों में आंसू थे और उन्होंने बेटी का हाथ पकड़कर कहा, “अगर तू आज IAS होती, तो हमारी सुनवाई ज़रूर होती.” इस वाक्य ने मोनिका के दिल को झकझोर दिया. उसी दिन उसने ठान लिया कि वह IAS बनकर अपने पिता को उसी कलेक्टर ऑफिस की कुर्सी पर बैठाएगी, जहां कभी वे न्याय की उम्मीद में पहुंचे थे.

सपनों की रफ्तार को बनाए रखे स्कूल ने दिया ऐसा तोहफा
मोनिका ने ग्रेट सत्यम एकेडमी स्कूल से पढ़ाई की, जहां उसे शिक्षकों और स्कूल प्रशासन का भरपूर सहयोग मिला. माता-पिता के आशीर्वाद और स्कूल के सपोर्ट से मोनिका ने 98% अंक हासिल किए. स्कूल ने भी इस सफलता को सम्मानित करते हुए मोनिका को एक स्कूटी उपहार में दी, ताकि वह अपने सपनों की रफ्तार को बनाए रखे और उसके भविष्य में कोई रुकावट न आए.

स्कूटी पाते ही मोनिका की आँखों में खुशी के आंसू
स्कूटी पाते ही मोनिका की आँखों में खुशी के आंसू थे. अब उसका एक ही लक्ष्य है – IAS बनना और अपने पिता के उस सपने को पूरा करना, जो उन्होंने उसकी आंखों में देखा था.

अब एक ही लक्ष्य IAS बनना 
लोकल 18 की टीम ने जब बेटी मोनिका से बात की उनसे पूछा उनके जीवन का संघर्ष तो उनके आंखों में आंसू आ गए. अपने पिता के उस वाक्य को याद जरूर किया कि मेरे पिता जब कलेक्टर कार्यालय गए वहां से निराश होते तो मन में उसी वक्त ठान ली थी और उसी के बाद आज जब रिजल्ट आया तो खुशी मुझसे ज्यादा मेरे पिता को हुई कि मेरी बेटी इतनी आगे बढ़ चुकी है. पिता के सपनों को पूरा करना चाहती हूं, लक्ष्य है IAS बनना चाहती हूं, कलेक्टर बनना चाहती हूं .

डिप्रेशन से उबरकर छात्रों ने किया कमाल
ग्रेड सत्यम एकेडमी की प्रिंसिपल डॉ. अलका गेहलोत ने बताया कि स्कूल के शिक्षकों ने बच्चों के लिए काफी मेहनत की है। बच्चों के डिप्रेशन या मानसिक तनाव के समय टीचर्स ने उन्हें मोटिवेट किया, मोटिवेशनल स्पीकर्स भी बुलाए गए। इसी सकारात्मक माहौल और प्रयासों का परिणाम है कि स्कूल ने शानदार रिजल्ट हासिल किया है.

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निखिल वर्मा

एक दशक से डिजिटल जर्नलिज्म में सक्रिय. दिसंबर 2020 से News18Hindi के साथ सफर शुरू. न्यूज18 हिन्दी से पहले लोकमत, हिन्दुस्तान, राजस्थान पत्रिका, इंडिया न्यूज की वेबसाइट में रिपोर्टिंग, इलेक्शन, खेल और विभिन्न डे…और पढ़ें

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पिता हुए कलेक्टर ऑफिस से निराश, तो टॉपर बेटी मोनिका ने ठाना अब बनेंगी IAS

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