निर्जला एकादशी के पावन अवसर पर जिले में स्थित प्रसिद्ध खाटू श्याम मंदिर में देशभर से आए श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा है। बाबा श्याम के दरबार में आस्था का ऐसा दृश्य देखने को मिला कि मंदिर परिसर में पैर रखने की भी जगह नहीं बची। भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने वीआईपी दर्शन पर रोक लगाई है और सभी भक्तों को सामान्य दर्शन के लिए लाइन लगवाकर दर्शन करवाए जा रहे हैं।
निर्जला एकादशी के साथ ही बाबा श्याम का दो दिवसीय मासिक मेला भी शुरू हो गया है। मंदिर समिति ने अनुमान जताया है कि इस अवसर पर 5 लाख से अधिक श्रद्धालु खाटू धाम पहुंच सकते हैं। मंदिर कमेटी के मंत्री मानवेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि दर्शन व्यवस्था के लिए समिति ने विशेष इंतजाम किए हैं। रींगस से खाटूधाम तक रास्ते को वन-वे कर दिया गया है। इस मार्ग पर केवल पदयात्री और श्याम भक्त ही प्रवेश कर सकते हैं।
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भक्तों की सुविधा के लिए मंदिर समिति ने नींबू पानी, छाछ, लस्सी, दूध, चाय जैसी व्रत उपयुक्त चीजों की व्यवस्था की है। इसके अलावा बिजली, पानी, छाया और प्राथमिक चिकित्सा के भी विशेष इंतजाम किए गए हैं। सुरक्षा के लिहाज से 1500 से अधिक पुलिस और होमगार्ड जवान तैनात किए गए हैं, वहीं 200 से ज्यादा स्वयंसेवक भी व्यवस्था में सहयोग कर रहे हैं।
गौरतलब है कि हिंदू धर्म में निर्जला एकादशी का विशेष महत्व है। मान्यता है कि वर्ष भर की सभी 24 एकादशियों के बराबर फल एकमात्र निर्जला व्रत से प्राप्त हो जाता है। इस दिन बिना जल ग्रहण किए व्रत किया जाता है, जिससे इसका नाम निर्जला एकादशी पड़ा। भक्त इस दिन आम, तरबूज, खरबूजा आदि मौसमी फलों का दान कर पुण्य अर्जित करते हैं। महिलाएं भगवान को फल अर्पित कर अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति की प्रार्थना करती हैं।
72 घंटे खुले रहेंगे बाबा श्याम के दरबार
बाबा श्याम के भक्तों को ध्यान में रखते हुए मंदिर के कपाट अगले 72 घंटों तक लगातार खुले रहेंगे। इस दौरान बाबा श्याम अपने भक्तों को विश्राम के बिना दर्शन देंगे। कई भक्त इस अवसर पर अपनी वैवाहिक जीवन की शुरुआत बाबा के दरबार से करते हैं। मंदिर परिवार का मानना है कि जो भी भक्त सच्चे मन से बाबा को स्मरण करता है, उसकी हर मनोकामना बाबा श्याम पूरी करते हैं।