Published On: Sat, May 24th, 2025

Pune Dowry Case: कटघरे में पूर्व NCP नेता का परिवार; दोषियों को सजा पर अजित पवार बोले- फास्ट ट्रैक कोर्ट में..


महाराष्ट्र के पुणे में वैष्णवी हगवणे की आत्महत्या मामले सियासी गर्माहट बढ़ती ही जा रही है। जहां अब इस मामले में उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने शुक्रवार को कहा कि 26 वर्षीय वैष्णवी हगवणे की कथित दहेज प्रताड़ना के कारण हुई आत्महत्या के मामले में पुलिस को सख्त और मजबूत केस तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।

मामले में शुक्रवार शाम अजित पवार ने वैष्णवी के माता-पिता से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने कहा कि हम इस केस को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने की योजना बना रहे हैं और इसमें एक विशेष वकील की भी नियुक्ति की जा सकती है। पवार ने कहा कि मैं कल मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मिलने दिल्ली जाऊंगा और उनसे इस बारे में चर्चा करूंगा कि क्या मामले को फास्ट ट्रैक से आगे बढ़ाया जाना चाहिए।

‘वैष्णवी को प्लास्टिक पाइप से पीटा गया था’

26 साल की वैष्णवी हगवणे की आत्महत्या के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस ने शुक्रवार को कोर्ट में बताया कि वैष्णवी को आत्महत्या से पहले प्लास्टिक पाइप सहित कई चीजों से पीटा गया था। उसके शरीर पर चोट के गंभीर निशान मिले हैं। बता दें कि इस मामले में एनसीपी से निष्कासित किए गए राजेंद्र हगवाणे (ससुर) और सुशील हगवाणे (देवर) को पुलिस ने गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां उन्हें 28 मई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।

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पहले से ही गिरफ्तार है सास, पति और ननद

दोनों आरोपी कुछ दिनों से फरार थे और स्वर्गेट इलाके से भागने की कोशिश करते समय पकड़े गए। इससे पहले, वैष्णवी के पति शशांक, सास लता और ननद करिश्मा को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। इन पर दहेज हत्या, आत्महत्या के लिए उकसाने, मारपीट और धमकाने के आरोप लगे हैं।

साथ ही पुलिस ने कोर्ट में कहा कि वैष्णवी के शरीर पर मिले निशान यह साबित करते हैं कि उसे कई बार पीटा गया। एक प्लास्टिक पाइप भी बरामद कर लिया गया है, जिससे पिटाई की गई थी। वहीं मायके वालों का कहना है कि उन्होंने शादी में 51 तोला सोना, चांदी और एक SUV दी थी, लेकिन ससुराल वाले फिर भी 2 करोड़ रुपये की मांग कर रहे थे और वैष्णवी को प्रताड़ित करते थे।

गिरफ्तारी से बचने की कोशिश कर रहे थे आरोपी

डिप्टी सीएम पवार ने कहा कि राजेंद्र और सुशील अपने फोन बदलकर गिरफ्तारी से बचने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन पुलिस उन्हें पकड़ने में कामयाब रही। इसके अलावा पवार ने वैष्णवी की बड़ी भाभी की तरफ से ससुराल वालों द्वारा प्रताड़ित किए जाने और घरेलू हिंसा मामले में लगाए गए आरोप पर भी प्रतिक्रिया दी।

उन्होंने कहा कि संबंधित पुलिस अधिकारी ने स्पष्ट किया है कि उनका इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है। साथ ही पवार ने भरोसा दिलाया कि बड़े बहू के लगाए गए सभी आरोपों की जांच की जाएगी और अगर किसी पुलिसकर्मी की लापरवाही या मिलीभगत पाई गई, तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

क्या है पूरा मामला, समझिए

बता दें कि एनसीपी नेता राजेंद्र हगवणे की बहू वैष्णवी हगवणे ने 16 मई को पुणे जिले के पिंपरी-चिंचवड़ के बावधन इलाके में फांसी लगाकर जान दे दी थी। उनके माता-पिता का आरोप है कि शादी के समय उन्होंने ससुराल वालों को 51 तोला (करीब 595 ग्राम) सोना, चांदी और एक एसयूवी गाड़ी दी थी, फिर भी राजेंद्र हगवणे का परिवार 2 करोड़ रुपये की मांग कर वैष्णवी को प्रताड़ित करता रहा।

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राजेंद्र हगवने को पार्टी से निकाला

हालांकि एनसीपी नेता राजेंद्र हगवणे को पार्टी से निकाल दिया गया है। पुलिस ने उन्हें और उनके बेटे सुशील को पुणे से गिरफ्तार किया, जब वे शहर से भागने की कोशिश कर रहे थे। पुलिस उपायुक्त विशाल गायकवाड़ ने बताया कि आरोपी बार-बार मोबाइल फोन बदलकर गिरफ्तारी से बचने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन उन्हें पकड़ लिया गया।

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