Project Divyang Sarathi in Rajsamand brought smiles on the faces of the disabled | प्रोजेक्ट सारथी से दिव्यांगों के चेहरे खिले: 151 को मोटराइज्ड ट्राईसाइकल व 52 को 44 लाख रुपए के स्वरोजगार ऋण वितरित – rajsamand (kankroli) News

राजसमंद में कलेक्टर बालमुकुंद असावा का नवाचार, प्रोजेक्ट दिव्यांग सारथी के तहत 151 दिव्यांगों को मोटराइज्ड ट्राईसाइकल का वितरण।
राजसमंद में कलेक्टर बाल मुकुंद असावा के नवाचार प्रोजेक्ट दिव्यांग सारथी के तहत भिक्षु निलियम परिसर राजनगर में 151 मोटराइज्ड ट्राईसाइकल का वितरण किया। इसके अलावा इलेक्ट्रिक व्हीलचेयर, 44 लाख रूपए के स्वरोजगार योजना के ऋण व पेंशन का वितरण किया गया।
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जिले में कलेक्टर के निर्देश पर एक अप्रैल से अभियान की शुरूआत की गई। महज दो महीनों में ही सैकड़ों दिव्यांगों को खुशियां दे गया। सरकार एवं भामाशाहों के सहयोग से मिले लाभ को पाकर दिव्यांगों के चेहरों पर मुस्कान देखी गई।
कार्यक्रम में सांसद महिमा कुमार मेवाड़, संभागीय आयुक्त उदयपुर प्रज्ञा केवलरमानी, एन के प्रोटीन्स प्राइवेट लिमिटेड से प्रियांशी पटेल, शुभकाम वेंचर्स की प्रतिनिधि डॉ विमल कावड़िया, समाजसेवी जगदीश पालीवाल, कलेक्टर बालमुकुंद असावा, एसपी मनीष त्रिपाठी मंच पर मौजूद रहे।
सांसद महिमा कुमारी मेवाड़ ने प्रशासन के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि केंद्र तथा राज्य सरकार की योजनाओं सहित शिक्षा, स्वच्छता एवं हर क्षेत्र में आज राजसमंद अग्रणी है। संभागीय आयुक्त केवलरमानी ने प्रशासन के अभियानों और नवाचारों को लेकर बधाई दी। भामाशाह प्रियांशी पटेल ने कहा कि उनकी संस्था जनहित के कार्यों में आगे भी प्रतिबद्धता से भागीदारी सुनिश्चित करेगी। कार्यक्रम में एडीएम नरेश बुनकर, सीईओ बृजमोहन बैरवा, एसडीएम बृजेश गुप्ता सहित दिव्यांग, परिजन एवं छात्रावास अधीक्षक आदि मौजूद रहे।
प्रोजेक्ट के तहत तीन प्रमुख संस्थाओं एम पी तापड़िया फाउंडेशन जसवंतगढ़ एवं मुंबई, एन के प्रोटीन्स प्राइवेट लिमिटेड अहमदाबाद तथा शुभकाम वेंचर्स (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड लाडनूं एवं मुंबई द्वारा चलन असमर्थता वाले दिव्यांग जन के लिए कुल 151 मोटराइज्ड ट्राईसाईकल भेंट की गई। कार्यक्रम में 52 दिव्यांग जन को मुख्यमंत्री स्वरोजगार ऋण योजना के तहत 44 लाख रुपए के स्वरोजगार ऋण वितरित किया गया, जबकि गत वर्षों में 7 या 8 आवेदन ही प्रतिवर्ष स्वीकृत हुए। इसी तरह 1 जनवरी से अब तक स्वावलंबन योजना के तहत 1474 यूडीआईडी (दिव्यांग कार्ड) जारी किए गए। अभियान अवधि में 142 दिव्यांग जन की पेंशन स्वीकृत हुई तो वहीं एक पात्र जोड़े को सुखद दाम्पत्य जीवन योजना का लाभ भी मिल गया।