NEET PG 2025: नीट पीजी परीक्षा रद्द क्यों हुई? परेशान हैं लाखों MBBS स्टूडेंट्स, क्या पड़ेगा असर?

नई दिल्ली (NEET PG 2025). नीट पीजी परीक्षा 15 जून 2025 को संभावित थी. कल यानी 02 जून 2025 को नीट पीजी एग्जाम सिटी स्लिप जारी होने वाली थी. नीट पीजी के लिए आवेदन कर चुके उम्मीदवार कल शाम तक उसी का इंतजार करते रहे. तभी NBEMS ने नीट पीजी 2025 परीक्षा रद्द होने की सूचना दी. मेडिकल प्रवेश परीक्षा, नीट पीजी की तैयारी में जुटे अभ्यर्थियों के लिए यह सूचना काफी चौंकाने वाली थी.
नीट पीजी राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा है. भारत में मेडिकल ग्रेजुएट्स यानी एमबीबीएस डॉक्टर को विभिन्न सरकारी और निजी मेडिकल कॉलेजों में एमडी, एमएस, पीजी डिप्लोमा, डिप्लोमैट ऑफ नेशनल बोर्ड और अन्य स्नातकोत्तर मेडिकल कोर्स में एडमिशन के लिए इसे पास करना पड़ता है. हर साल नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन्स इन मेडिकल साइंसेज (NBEMS) यह परीक्षा आयोजित करता है. NBEMS ने अभी नीट पीजी 2025 की नई डेट की जानकारी नहीं दी है.
नीट पीजी 2025 रद्द क्यों हुई?
नीट पीजी 2025 परीक्षा 15 जून 2025 को दो शिफ्ट में आयोजित होने वाली थी. फिर 30 मई 2025 को सुप्रीम कोर्ट ने इसे एक ही शिफ्ट में करवाने का आदेश दिया. नीट पीजी परीक्षा को सिंगल शिफ्ट में आयोजित करवाने के लिए NBEMS को लगभग 900 अतिरिक्त परीक्षा केंद्रों की व्यवस्था करनी है. इसके लिए बड़े स्तर पर लॉजिस्टिक तैयारी करने की जरूरत है. इसी वजह से NBEMS ने नीट पीजी परीक्षा को स्थगित करने का फैसला किया.
नीट पीजी परीक्षा कब होगी?
कुछ सोशल मीडिया पोस्ट और खबरों में दावा किया जा रहा है कि नीट पीजी परीक्षा 17 अगस्त 2025 को होगी. आपको बता दें कि NBEMS ने अभी तक नीट पीजी 2025 की नई तारीख की घोषणा नहीं की है. बोर्ड ने कहा है कि वह जल्द ही संशोधित तारीख, एडमिट कार्ड रिलीज और एग्जाम सिटी स्लिप की जानकारी अपनी ऑफिशियल वेबसाइट natboard.edu.in या nbems.edu.in पर देगा. उम्मीदवारों को सलाह दी गई है कि वे इनफॉर्मल सोर्स पर भरोसा न करें.
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नीट पीजी में देरी का क्या असर होगा?
नीट पीजी का स्तर कठिन होता है. बड़ी संख्या में एमबीबीएस ग्रेजुएट्स इसके लिए आवेदन करते हैं. नीट पीजी 2025 में देरी होने से उन्हें कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन जिन अभ्यर्थियों की तैयारी पूरी नहीं हुई थी, यह उनके लिए गोल्डन टाइम है.
तैयारी के लिए अतिरिक्त समय: नीट पीजी में देरी से उम्मीदवारों को अपनी तैयारी के लिए अतिरिक्त समय मिलेगा. यह उन लोगों के लिए फायदेमंद हो सकता है, जिनका रिवीजन पूरा नहीं हुआ था.
एकेडमिक सेशन में देरी: नीट पीजी 2025 में देरी के कारण पोस्टग्रेजुएशन कोर्स देरी से शुरू होगा. इससे क्लिनिकल ट्रेनिंग और रिसर्च वर्क पर असर पड़ेगा.
करियर प्लानिंग में अनिश्चितता: परीक्षा की तारीख में बदलाव के कारण उम्मीदवारों को अपनी करियर प्लानिंग, खास तौर पर स्पेशलाइजेशन और संस्थान चुनने में परेशानी हो सकती है.
हॉस्पिटल में रेजिडेंट डॉक्टर्स की कमी: देरी के कारण नए बैच की भर्ती पर असर पड़ेगा. इससे सरकारी हॉस्पिटल में पहले से कार्यरत रेजिडेंट डॉक्टर्स का वर्क लोड बढ़ेगा. इससे उनकी कार्यक्षमता और मेंटल हेल्थ पर निगेटिव असर पड़ सकता है.
रोगी की देखभाल पर प्रभाव: रेजिडेंट डॉक्टर्स की कमी के कारण हॉस्पिटल्स में पेशेंट्स की केयर की क्वॉलिटी प्रभावित हो सकती है. यह उन सरकारी अस्पतालों के लिए एक बड़ी चुनौती हो सकती है, जहां पहले से ही स्टाफ की कमी है.
स्ट्रेस में रहेंगे स्टूडेंट्स: नीट पीजी में बार-बार होने वाली देरी और अनिश्चितता के कारण उम्मीदवारों का स्ट्रेस बढ़ रहा है.
नीट पीजी उम्मीदवारों के लिए सलाह
तैयारी जारी रखें: उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी तैयारी को जारी रखें. इससे नीट पीजी 2025 की नई डेट घोषित होने पर अचानक से प्रेशर नहीं बढ़ेगा.
ऑफिशियल नोटिफिकेशन पर दें ध्यान: NBEMS और NMC की ऑफिशियल वेबसाइट्स nbe.edu.in, natboard.edu.in, nmc.org.in पर लेटेस्ट न्यूज़ चेक करते रहें.
मेंटल हेल्थ पर रखें फोकस: अनिश्चितता के कारण हो रहे स्ट्रेस को कम करने के लिए रोजाना तय शेड्यूल के हिसाब से पढ़ाई करें. साथ ही एक्सरसाइज और रेस्ट का बैलेंस भी बनाकर रखें.
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