Maharashtra: नई कैबिनेट में गृह मंत्रालय पर फंसी बात, विभागों के बंटवारे पर कल तक स्थिति साफ होने की उम्मीद


महायुति गठबंधन के नेता। (सांकेतिक तस्वीर)
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महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस के सीएम पद, एकनाथ शिंदे और अजित पवार के डिप्टी सीएम पद की शपथ लेने के बाद विभागों के बंटवारे को लेकर चर्चा चल रही है। सूत्रों के मुताबिक शिवसेना शिंदे की ओर से गृह मंत्रालय की मांग की जा रही है। माना जा रहा है कि मंत्रिपरिषद की स्थिति रविवार तक स्पष्ट हो जाएगी। इसके बाद फडणवीस के नेतृत्व वाली कैबिनेट 11 और 12 दिसंबर तक अपनी जगह ले लेगी।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा, शिवसेना और एनसीपी वाले महायुति गठबंधन ने बहुमत हासिल किया था। आंतरिक दबाव और खींचतान के बीच 12 दिन बाद पांच दिसंबर को महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री ने शपथ ली। शपथ ग्रहण के बाद अब नई कैबिनेट के गठन पर फोकस है, जो कुछ मुश्किल नजर आ रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि शिवसेना नेता उदय सामंत और संजय शिरसाट ने खुले तौर पर शिवसेना को गृह मंत्रालय देने की मांग कर दी है। इस मांग को पूर्व मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी स्वीकार कर लिया है। क्योंकि जब फडणवीस डिप्टी सीएम थे तो शिंदे ने उनको गृह मंत्रालय दिया था।
भाजपा और एनसीपी के सूत्र बताते हैं कि कैबिनेट के गठन और विभागों के आवंटन को लेकर महायुति के तीनों घटक दल के नेता आंतरिक बैठकें कर रहे हैं। बताया जाता है कि चुनाव में मिले बड़े बहुमत ने महायुति गठबंधन के सामने समस्या खड़ी कर दी है। क्योंकि हर दल ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है।
राज्य में हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में महायुति ने बाजी मारते हुए 288 विधानसभा सीटों में से 230 सीटों पर जीत हासिल की। इसमें भाजपा ने अकेले 132 सीट पर जीत पाई। पहले कहा गया कि कैबिनेट में मुख्यमंत्री के साथ 21-22 मंत्री पद होंगे। वहीं शिवसेना ने 11 से 12 और अजित पवार की एनसीपी ने 9 से 10 विभागों की मांग की है। इसके चलते महाराष्ट्र कैबिनेट में मुख्यमंत्री के साथ अधिकतम 43 मंत्री हो सकते हैं।
एक वरिष्ठ भाजपा नेता ने बताया कि कैबिनेट विस्तार में शपथ लेने वाले मंत्रियों की संख्या दो से तीन दिन में स्पष्ट हो जाएगी। 15वीं महाराष्ट्र विधानसभा का विशेष सत्र सात दिसंबर से शुरू हो गया है। इसमें नए निर्वाचित सदस्यों को प्रोटेम स्पीकर कालिदास कोलंबकर ने शपथ दिलाई थी। स्पीकर का चुनाव नौ दिसंबर को होगा। जबकि नागपुर में विधानसभा का शीतकालीन सत्र 16 दिसंबर से शुरू होगा।