Published On: Wed, Dec 4th, 2024

Khatu Shyam Temple: खाटूश्याम के भक्तों के लिए बेहद चौंकाने वाली खबर, आखिर क्यों दर्शन नहीं देंगे श्याम सरकार?



 सीकर. अगर आप इन दिनों विश्व प्रसिद्ध कलयुग के अवतार बाबा श्याम के दर्शन करने जा रहे हैं तो यह खबर आपके लिए बहुत जरूरी है. देशभर से रोजाना हजारों भक्त बाबा के दर्शन के लिए यहां पहुंचते हैं.   बाबा श्याम मंदिर का कपाट 19 घंटे के लिए बंद रहने वाले हैं. श्री श्याम मंदिर कमेटी ने पत्र जारी कर इस संबंध में सूचना दी है कि विशेष पूजा व तिलक के चलते खाटूश्यामजी के दर्शन बंद रहेंगे.

इस दिन रहेगा मन्दिर बंद
श्री श्याम मंदिर कमेटी के मंत्री मानवेंद्र सिंह ने बताया कि अमावस्या के बाद श्री श्याम प्रभु की विशेष पूजा होगी. जिसके चलते 6 दिसंबर को बाबा श्याम का विशेष तिलक श्रृंगार होगा. इसलिए 5 दिसंबर रात 9:30 बजे से 6 दिसंबर 5 बजे तक बाबा श्याम के गर्भ ग्रह के कपाट बंद रहेंगे. आम भक्तों के लिए खाटूश्याम जी मंदिर के कपाट 6 दिसंबर को शाम 5:00 बजे मंगला आरती के समय खोले जाएंगे. मंदिर कमेटी ने पत्र जारी कर सभी श्याम श्रद्धालुओं से मंदिर के कपाट खुलने के बाद श्याम के दर्शन के लिए आने का अनुरोध किया है.

अमावस्या के चलते बाबा श्याम की होगी विशेष पूजा
खाटूश्याम जी मंदिर के मुख्य पुजारी मोहनदास महाराज ने बताया कि काली अमावस्या के बाद बाबा श्याम का विशेष पूजा और श्रृंगार किया जाता है. बाबा के विशेष पूजा में 12 से 15 घंटे का समय लगता है. इसके अलावा श्याम के विशेष श्रंगार में भी करीबन 5 से 6 घंटे का समय लगता है. इसी को ध्यान में रखते हुए बाबा श्याम के मंदिर के कपाट आम दर्शनों के लिए 19 घंटे बंद रहेंगे.

कौन हैं बाबा श्याम
हारे का सहारा बाबा श्याम को भगवान कृष्ण का अवतार माना जाता है. महाभारत युद्ध के दौरान भीम के पौत्र बर्बरीक कौरवों की तरफ से युद्ध में शामिल होने जा रहे थे. बर्बरीक के पास तीन ऐसी तीर थे, जिससे  पूरा युद्ध को पलटा जा सकता था. इसी को लेकर भगवान कृष्ण ने ब्राह्मण का रूप धारण कर बर्बरीक से उसका शीश दान में मांग लिया. बर्बरीक ने भी नि:संकोच भगवान कृष्ण को अपना शीश दान में दे दिया.  इससे प्रसन्न होकर भगवान कृष्ण ने बर्बरीक को वरदान दिया कि ‘बर्बरीक तुम्हें कलयुग में श्याम के नाम से पूजा जाएगा, तुम्हें लोग मेरे नाम से पुकारेंगे और तुम अपने भक्तों के हारे का सहारा बनोगे.’

FIRST PUBLISHED : December 4, 2024, 20:48 IST

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