Kekri Nayi Kiran-nasha Mukt Bharat Campaign Started In Colleges Of State Students Were Oath Of De-addiction – Amar Ujala Hindi News Live


कार्यशाला आयोजित
– फोटो : अमर उजाला
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युवा पीढ़ी को नशे की लत से दूर रखने की विभिन्न कोशिशों के बीच अब सरकार की ओर से प्रदेश के महाविद्यालयों में सीधे तौर पर नशा मुक्ति केंद्र खोलने की तैयारी की जा रही है। इन केंद्रों के सार्थक परिणाम लेने के लिए पहले महाविद्यालयों के चुनिंदा विद्यार्थियों को इस गम्भीर विषय पर कैसे काम करना है, इसका प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसी अभियान के तहत चुनिंदा महाविद्यालयों में शामिल केकड़ी के राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में भी जागरुकता कार्यशाला का आयोजन किया गया।
केकड़ी के राजकीय स्नाकोत्तर महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वावधान में ‘नई किरण-नशा मुक्त भारत’ अभियान के तहत जागरुकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन एवं सरस्वती वंदना के साथ हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं वक्ता राजकीय आयुर्वेद योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. शिवकांत शर्मा ने विद्यार्थियों को नशा मुक्ति की शपथ दिलाई। इस अवसर पर उन्होंने नशे से बचाव के लिए सात्विक आहार, स्वच्छ आचार-विचार और स्वस्थ दिनचर्या अपनाने पर जोर दिया। उन्होंने नशे से होने वाले विभिन्न प्रकार की बीमारियों से अवगत कराते हुए नशा मुक्ति के लिए घरेलू एवं चिकित्सकीय उपचारों की जानकारी प्रदान की।
कार्यशाला में छात्रा सुप्रिया धाकड़ ने अपनी कविता के माध्यम से नशे की रोकथाम का संदेश दिया एवं छात्र दानिश अली ने नशे के दुष्प्रभावों पर विचार प्रस्तुत किए। कार्यक्रम के अंत में महाविद्यालय के प्राचार्य चेतन लाल रेगर ने नशे को समाज का अभिशाप बताते हुए नशा मुक्त समाज बनाने का संकल्प दिलाया। कार्यक्रम का संचालन एनएसएस अधिकारी ज्योति मीणा ने किया। इस अवसर डॉ. कोमल सोनी, डॉ. रजनी, माया पारीक, जयंत आदि संकाय सदस्य भी उपस्थित रहे।
कॉलेज शिक्षा आयुक्तालय द्वारा जारी एक परिपत्र के अनुसार युवा पीढ़ी को तम्बाकू व अन्य प्रकार के नशे से दूर रखने और नशा मुक्त स्वस्थ मानव समाज का निर्माण करने के लक्ष्य को लेकर सरकार द्वारा ‘नई किरण’ नशा मुक्ति अभियान शुरू किया गया है। इस अभियान के तहत प्रदेश के प्रत्येक महाविद्यालय में से 50 विद्यार्थियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। ये प्रशिक्षित विद्यार्थी अपने महाविद्यालय में निगरानी रखेंगे और नशे की लत के शिकार विद्यार्थियों को इस अभियान के अंतर्गत स्थापित किये जाने वाले नशा मुक्ति केंद्रों पर भेजेंगे।
इस परिपत्र के मुताबिक, अभियान के प्रथम चरण में प्रदेश के 33 कॉलेजों को शामिल किया गया है, जिनके 1650 छात्रों को ट्रेनिंग दी जाएगी। इनमें केकड़ी भी शामिल है। केकड़ी को अजमेर, ब्यावर व किशनगढ़ के साथ नोडल कॉलेज सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय, अजमेर के अंतर्गत शामिल किया गया है। इस नोडल कॉलेज में आस-पास के सभी सरकारी व निजी महाविद्यालयों के विद्यार्थियों को नशा मुक्ति अभियान के तहत ट्रेनिंग दी जाएगी।
इस अभियान के अन्तर्गत प्रत्येक महाविद्यालय में एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा, जो प्रशिक्षित विद्यार्थियों के साथ समाज तथा महाविद्यालय में संचालित नई किरण नशा मुक्ति अभियान में सक्रिय भूमिका निभाएगा। आयुक्तालय की ओर से जारी निर्देशों में कहा गया कि ट्रेंड स्टूडेंट्स से यह अपेक्षा की जाती है कि वे नशे की गिरफ्त में आये हुए कम से कम 10 लोगों को जिला स्तर पर संचालित नशा मुक्ति केन्द्र पर भेजेंगे। कार्यशाला में प्रशिक्षित विद्यार्थी अपने आसपास के विद्यालयों में भी नो बैग डे के दिन नशे के दुष्प्रभाव तथा नशा मुक्ति जागरूकता के बारे में भी जानकारी प्रदान करेंगे।
यह अभियान राज्य के समस्त राजकीय एवं निजी कॉलेजों में चलाया जाना है। इसके लिए प्रत्येक महाविद्यालय में कार्यशाला आयोजित की जाएगी। इसमें नशा मुक्ति विषय की विशेषज्ञता रखने वाले अनुभवी विशेषज्ञों, चिकित्सकों, संबंधित विषय के प्रोफेसर्स, सामाजिक संगठनों, एनजीओ तथा समाज सेवा में अनुभव रखने वाले लोगों के द्वारा व्याख्यान एवं प्रस्तुतीकरण दिया जाएगा। प्रशिक्षित विद्यार्थियों को महाविद्यालय द्वारा प्रमाण पत्र दिया जाएंगे। ये ट्रेंड स्टूडेंट परिवार, समाज तथा विद्यालयों में नशा मुक्ति हेतु जागरूकता फैलाएंगे। अभियान के अंतर्गत तम्बाकू उत्पादों के दुष्प्रभावों के सम्बन्ध में जन जागरूकता, एक गांव गोद लेकर नशा मुक्त गांव बनाना आदि गतिविधियां चलाई जाएगी।