Jhunjhunu By Election Controversy; Congress MLA Hakam Ali Khan Vs Rajendra Gudha | विधायक हाकम अली बोले-झुंझुनूं के मुसलमान भोले नहीं: मैंने और रफीक खान ने गुढ़ा को विधानसभा से मारपीट कर भगा दिया था, ये किसी का सगा नहीं – Jhunjhunu News

फतेहपुर विधायक फतेहपुर विधायक हाकम अली खां।
झुंझुनूं विधानसभा उपचुनाव में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। चुनाव प्रचार के दौरान फतेहपुर विधायक हाकम अली खां ने पूर्व मंत्री राजेन्द्र सिंह गुढ़ा की पिटाई करने का बयान देकर सियासत गर्मा दी है।
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हाकम अली ने कहा – विधानसभा में जब राजेन्द्र गुढ़ा हंगामा कर रहे थे, तब मैंने और विधायक रफीक खान ने उसे मार-पीटकर विधानसभा से बाहर निकाला था। वह विधानसभा से बाहर जाकर जोर-जोर से रोने लगा था। यह किसी का नहीं है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत उतना ही काम करते थे, जितना राजेन्द्र गुढ़ा कहते थे, लेकिन मौका मिलते ही उनके भी लात मार दी।
झुंझुनूं में कांग्रेस प्रत्याशी अमित ओला के समर्थन में एक सभा को संबोधित करते हुए हाकम अली ने कहा कि क्यों राजेन्द्र गुढ़ा के पीछे हो रहो, क्या देख लिया उसमें, 13 नवंबर के बाद अगर वह झुंझुनूं में कहीं नजर भी आए तो मुझे बता देना। अगर उसमें कुछ होता तो उदयपुरवाटी के लोग धक्का मारकर क्यों निकालते। उसको ऐसा टोरा मारो की वो सपने में भी झुंझुनूं आने की नहीं सोचे।

गुढा बीजेपी की बी टीम
फतेहपुर विधायक ने कहा- उपचुनाव में बीजेपी के लोगों ने बहुत स्ट्रैटजी से काम किया। बीजेपी ही गुढ़ा को ही चुनाव लड़ रहा रही है। राजेन्द्र गुढ़ा बीजेपी की बी टीम है। लेकिन ये भूल गए कि झुंझुनूं के मुसलमान इतने भोले नहीं है। राजेन्द्र राठौड़ के साथ इनकी मुख्यमंत्री को गुलदस्ता भेंट करते हुए फोटो भी देखी होगी। ये गुलदस्ता उसी दिन दिया गया जिस दिन गुढ़ा झुंझुनूं से चुनाव लड़ने आया।
बीजेपी ने ही राजेन्द्र गुढ़ा को झुंझुनूं भेजा है। बीजेपी ने कहा कि वहां जाकर बीजेपी को जीता दे, कहीं ना कहीं सेट कर देंगे। बीजेपी को मुसलमान वोट नहीं देते हैं, वहां जाकर मुसलमानों का मसीहा बना जा। लेकिन हम मसीहा जब मानते, मंत्री रहते यहां आता। यहां के लोगों का काम करवाता। लेकिन जैसे ही झुंझुनूं सीट खाली हुई, देखा की मैदान खाली है और आ गया, लेकिन वह जीतने के लिए नहीं आया है। बीजेपी की बी टीम बनकर आया है। अगर लड़ना ही था तो बीजेपी और कांग्रेस की पार्टी की टिकट से चुनाव लड़ता।
गुढ़ा के पास धोखे के अलावा कुछ नहीं
उन्होंने आगे कहा कि महाराष्ट्र में जाकर उस पार्टी गुट से मिल गया, जिसने धोखा देकर पार्टी बनाई, वहां के मुख्यमंत्री को यहां लेकर आया और कहा कि राजस्थान में शिवसेना- शिवसेना कर दूंगा। लेकिन वहां के मुख्यमंत्री ने गुढ़ा से कहा कि राजस्थान में क्या शिवसेना करोगो, खुद ही चुनाव हार गए हो। फिर ओवैसी के पास चला गया। गुढ़ा के पास सिर्फ धोखा है, उसके अलावा कुछ नहीं है।
हाकम ने कहा कि मैंने बृजेन्द्र ओला कहा था कि राजेन्द्र गुढ़ा अशोक गहलोत का खास आदमी है। तब उनको विश्वास नहीं होता था। गुढ़ा जो कहते थे, अशोक गहलोत उतना ही काम करते थे। जब मौका आया तो अशोक गहलोत को भी लात मार दी। विधानसभा में लाल डायरी लेकर गया तो तब मैंने और रफीक खान ने वह डायरी छीनी थी, हमने कहा था कि लाल डायरी में क्या है, हमें वही देखना है।

सिर्फ कांग्रेस ही संभालेगी
हमने राजेन्द्र गुढ़ा को वहीं से ललकार था। हम उसको मारते नहीं लेकिन उसने जातिसूचक गाली दी थी। जैसे ही गाली दी, वहीं पकड़कर कूट दिया। डायरी छीनकर विधानसभा से बाहर निकाल दिया। तब राजेन्द्र गुढ़ा ने कहा था कि विधानसभा से बाहर नहीं आने दूंगा। हमने भी कहा था कि बाहर आएंगे, तेरे पास जितनी फौज है, बुला ले। मैंने कहा था कि अकेला ही निकलूंगा और अकेला ही निकला। विधानसभा में दादागिरी दिखा रहा था, वो बाहर आकर जोर-जोर से रो रहा था। बोल रहा था कि मुझे अंदर मारा। राजेन्द्र गुढ़ा सिर्फ धोखा है, चार साल परेशान होना पडे़गा। कोई भी नहीं संभालेगा। अगर कोई संभालेगा तो वो कांग्रेस है।