Published On: Mon, Dec 2nd, 2024

JEE Mains 2025: जेईई मेन में पास होने के लिए कितने मार्क्स चाहिए? अभी से समझ लें पूरा गणित



नई दिल्ली (JEE Mains 2025 Cutoff). आईआईटी, आईआईआईटी और एनआईटी जैसे टॉप इंजीनियरिंग कॉलेजों में एडमिशन के लिए जेईई मेन पास करना जरूरी है. जेईई परीक्षा के दोनों चरणों का आयोजन एनटीए करती है. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी हर साल जेईई एडवांस परीक्षा क्वॉलिफाई करने के लिए मिनिमम कटऑफ स्कोर निर्धारित करती है. टॉप इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन के समय पर भी जेईई कटऑफ पर फोकस किया जाता है (JEE Main Cutoff).

2025 में जेईई मेन परीक्षा 2 सेशन में आयोजित की जाएगी. जेईई मेन सेशन 1 परीक्षा (JEE Main Session 1) 22 से 31 जनवरी 2025 के बीच और दूसरे सेशन की परीक्षा 1 से 8 अप्रैल 2025 के बीच होगी. जेईई मेन कटऑफ लिस्ट हर कैटेगरी (जनरल, ओबीसी, एससी और एसटी) के लिए अलग तैयार की जाती है (JEE Main Cutoff). जेईई एडवांस देने के लिए जेईई मेन कटऑफ लिस्ट में शामिल होना जरूरी है. कुछ इंजीनियरिंग कॉलेज जेईई मेंस कटऑफ में क्वॉलिफाई होने पर भी एडमिशन दे देते हैं.

JEE Main Percentile Calculator: जेईई मेन परसेंटाइल सिस्टम क्या है?
जेईई मेन 2025 हो जाने के बाद एनटीए कटऑफ मार्क्स को एनटीए स्कोर के तौर पर जारी करेगी. यह स्कोर परसेंटाइल के फॉर्मेट में होता है. इससे पता चलता है कि एक उम्मीदवार ने अन्य की तुलना में कैसा परफॉर्म किया है. उदाहरण के तौर पर- अगर किसी उम्मीदवार का एनटीए स्कोर 90 है तो मतलब है कि उसने कुल उम्मीदवारों में से 90 परसेंटाइल से बेहतर परफॉर्म किया है. जेईई परसेंटाइल सिस्टम से कटऑफ लिस्ट बनाना आसान हो जाता है.

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JEE Main Percentile vs Rank: जेईई मेन 2025 में पास होने के लिए कितने मार्क्स चाहिए?
पिछले कुछ सालों के ट्रेंड पर नजर डालें तो जेईई मेन 2025 में पास होने के लिए जरूरी न्यूनतम अंक हर कैटेगरी के हिसाब से निर्धारित किए जाएंगे. 2024 में जनरल कैटेगरी के कटऑफ मार्क्स 93 थे. जेईई मेन 2025 एग्जाम पैटर्न या सिलेबस में बदलाव होने पर कटऑफ मार्क्स में भी बदलाव हो सकता है. जनरल कैटेगरी के उम्मीदवारों को पास होने के लिए 90, GEN-EWS वालों को 80, एससी को 57 और एसटी को 46 मार्क्स चाहिए होंगे. जेईई एडवांस्ड देने के लिए हाई स्कोर का लक्ष्य बनाकर चलें.

JEE Main Result: जेईई मेन रिजल्ट कैसे बनता है?
जेईई मेन रिजल्ट तैयार करते समय कई पॉइंट्स को ध्यान में रखा जाता है-

1- नॉर्मलाइज्ड स्कोर (Normalized Score): इसे एनटीए स्कोर भी कहा जाता है (NTA Score). एनटीए रॉ स्कोर जारी नहीं करती है. उसके बदले में एप्लिकेंट्स को नॉर्मलाइज्ड स्कोर दिए जाते हैं, जोकि परसेंटाइल होता है.

2- बेस्ट स्कोर (Best Score Consideration): अगर कोई स्टूडेंट एक से ज्यादा बार जेईई मेन परीक्षा देता है तो उसके हाइएस्ट एनटीए स्कोर के आधार पर फाइनल रैंकिंग तैयार की जाएगी. एनटीए हर अटेंप्ट के मार्क्स चेक करता है.

3- स्कोर कैलकुलेशन (Score Calculation): एनटीए एक खास फॉर्म्यूला के जरिए मैथ, फिजिक्स और केमिस्ट्री के रॉ स्कोर को फाइनल परसेंटाइल (एनटीए स्कोर) में कन्वर्ट करती है. इससे गड़बड़ी की आशंका नहीं रहती है.

4- कंपेरेटिव रिजल्ट (Comparative Result): जेईई मेन रिजल्ट कॉम्पिटीशन पर आधारित होता है. किसी एप्लिकेंट की फाइनल रैंकिंग सिर्फ उसकी अपनी परफॉर्मेंस पर निर्भर नहीं होती है. इसमें यह भी देखा जाता है कि अन्य उम्मीदवारों ने इसमें कैसा परफॉर्म किया है.

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Tags: Competitive exams, JEE Advance, JEE Exam, Jee main

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