Jalor News: गोशाला में कूलर और पंखों से गायों को गर्मी से राहत.

Last Updated:
Jalor News: जालोर की धवला रोड स्थित गो सेवा संस्थान गोशाला में 42 डिग्री तापमान के बीच कूलर, पंखे और पानी के छिड़काव से गायों को राहत दी जा रही है. कर्मचारियों की मेहनत से जानवरों को गर्मी से बचाया जा रहा है.

जालोर की धवला रोड स्थित गो सेवा संस्थान गोशाला में जब तापमान 42 डिग्री के करीब पहुंचा, तो पशुओं की हालत बिगड़ने लगी. तेज गर्मी से बचाने के लिए गोशाला में कई कूलर लगाए गए हैं. कूलर के सामने बैठी गायें और उनके बछड़े गर्मी से थोड़ी राहत महसूस करते नजर आए. उनके चेहरों की शांत मुद्रा से साफ पता चलता था कि तेज धूप और गर्म हवा के बीच यह ठंडी हवा उनके लिए कितनी राहतभरी है.

गायों को गर्मी से बचाने के लिए केवल कूलर ही नहीं, बल्कि शेड और जमीन पर पानी का छिड़काव भी किया जा रहा है. गोशाला के कर्मचारी दिन में कई बार टैंकर और पाइप से फर्श और आस-पास के क्षेत्रों में पानी डाल रहे हैं ताकि वातावरण में नमी बनी रहे और तापमान कम हो सके. यह नजारा पशुसेवा की भावना को दर्शाता है, जिसमें कर्मचारी भीषण धूप में खुद गर्मी झेलते हुए जानवरों की भलाई में लगे हैं.

गायों के रहने वाले शेड में पंखे और कूलरों की विशेष व्यवस्था की गई है. गोशाला प्रशासन ने हर शेड में बड़े साइज़ के पंखे और पानी से भरे कूलर लगवाए हैं, ताकि जानवरों को गर्मी से राहत मिल सके. इसके अलावा, शेड की छतों पर टीन की जगह तिरपाल और घास-फूस की छायादार परतें डाली गई हैं, जो अंदर के तापमान को नियंत्रित करने में मदद कर रही हैं. इस बार समय से पहले शुरू हुई लू और गर्म हवाओं के चलते यह व्यवस्था बेहद जरूरी बन गई है.

जालोर में गर्मी लगातार बढ़ती जा रही है. मौसम विभाग के अनुसार तापमान 41.9 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है. दिन में तेज धूप और गर्म हवा, और रात में भी कम न होने वाली तपिश से इंसान ही नहीं, जानवर भी परेशान हैं. गोशाला में रहने वाली गायें और बछड़े भी इस भीषण गर्मी से बेहाल हो गए थे. लेकिन जैसे ही शेड में कूलर लगाए गए और ठंडी हवा मिलने लगी, तो जानवरों को काफी राहत महसूस हुई.

जैसे ही गोशाला में कूलर और पंखे चालू किए गए, कई गायें और अन्य जानवर आराम से बैठ गए और उन्हें थोड़ी राहत मिली. पहले जो बेचैनी और गर्मी से हिलचाल ज्यादा थी, वह अब कम हो गई. वे शांति से बैठकर ठंडी हवा का आनंद लेते दिखे. इससे साफ है कि अगर समय पर सही इंतजाम किए जाएं, तो जानवरों को भी गर्मी से राहत दी जा सकती है. यह गौ रक्षा सेवा संस्थान के सदस्यों की एक अच्छी और प्रेरणादायक पहल है.