Jairam Thakur Said Cm Grip Is Loose Officers Are Not Even Attending Budget Estimates Meetings – Amar Ujala Hindi News Live – Jairam Thakur:नेता प्रतिपक्ष बोले
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![Jairam Thakur: नेता प्रतिपक्ष बोले- सीएम की पकड़ ढीली, बजट अनुमान की बैठकों में भी नहीं पहुंच रहे हैं अधिकारी Jairam Thakur said CM grip is loose officers are not even attending budget estimates meetings](https://staticimg.amarujala.com/assets/images/2024/09/11/parava-makhayamatara-eva-nata-paratapakashha-jayarama-thakara_eb50f7300cd7fb8b788d5b01d792a710.jpeg?w=414&dpr=1.0)
पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर
– फोटो : अमर उजाला नेटवर्क
विस्तार
मंडी विधानसभा क्षेत्र के दौरे पर आए नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री की सरकार और अधिकारियों पर कोई नियंत्रण नहीं है जिसके कारण प्रदेश वासियों को विभिन्न प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। प्रदेश के विभिन्न विभाग के सचिव, विभागाध्यक्ष औरअधिकारी बजट अनुमानों के लिए बुलाई गई मीटिंग में नहीं पहुंच रहे हैं। इतनी महत्वपूर्ण मीटिंग से दूरी बनाना प्रदेशवासियों के हितों के साथ खिलवाड़ करना है। इस सरकार में हर कोई निरंकुश हो गया है। किसी पर भी किसी प्रकार का कोई नियंत्रण नहीं रहा है। अन्यथा वित्त सचिव के द्वारा बुलाई गई इतनी महत्वपूर्ण बैठक से अधिकारी कैसे दूरी बना सकते थे? किसी भी प्रदेश में प्लानिंग से जुड़ी मीटिंग अपने आप में अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। जहां पर डिस्कशन के माध्यम से प्रदेश के विकास की रूपरेखा तय की जाती है। जब सरकार प्रदेश के मुख्यमंत्री और मंत्रियों को ही प्रदेश के विकास की चिंता नहीं है तो वे लोग इतनी महत्वपूर्ण बैठकों को कैसे महत्व दे सकते हैं। सरकार कितनी गंभीरता से कम कर रही है इसका आकलन इसी बात से हो जाता है। सरकार का कोई भविष्य नहीं है यह बात अधिकारी समझ गए हैं और वह सरकार से दूरी बना रहे हैं।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बजट को लेकर बुलाई गई प्लानिंग की मीटिंग में जो लोग पहुंचे उन्होंने भी संवेदनशीलता नहीं दिखाई और अपने विभाग के बजट डिमांड को लेकर भी काल्पनिक आंकड़े पेश कर दिए। जिससे मीटिंग में एक अलग असहज स्थिति बन गई। संपूर्ण प्रदेश में इसी प्रकार की गैर-जिम्मेदाराना, अराजकता और उदासीनता का माहौल है। जहां पर कोई विकास के कार्य नहीं हो रहे हैं। बजट बनाने में भी विभिन्न विभाग के संबंधित एवं जिम्मेदार अधिकारी रुचि नहीं ले रहे हैं। अधिकारियों के इस रवैए पर मुख्यमंत्री को जवाब देना चाहिए। जिस तरह से अधिकारियों की निरंकुशता और मनमर्जी की खबरें अखबारों में छप रही हैं, आपसी कानाफूसी से बाहर आ रही है। वह प्रदेश के लिए किसी भी लिहाज से अच्छी नहीं कहीं जा सकती हैं। मुख्यमंत्री इन गैर जिम्मेदाराना हरकतों को गंभीरता से लें क्योंकि इनके बहुत दूरगामी परिणाम होते हैं।