Israel violates human rights in Gaza | बाइडेन को शक-इजराइल ने अमेरिकी हथियारों का गलत इस्तेमाल किया: जंग के चलते सबूत नहीं जुटा पा रहा US इसलिए हथियारों की सप्लाई नहीं रोकेगा

19 मिनट पहले
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अमेरिका जांच रिपोर्ट में दावा किया है कि इजराइली आर्मी ने कुछ हथियारों को लेकर पूरी जानकारी नहीं दी है।
अमेरिका के विदेश विभाग ने शुक्रवार को एक रिपोर्ट जारी की है। इसमें यह शक जताया गया है कि गाजा में इजराइल ने अमेरिकी हथियारों का इस्तेमाल अंतरराष्ट्रीय कानून के मुताबिक नहीं किया है, जिससे मानवाधिकारों का उल्लंघन हुआ है।
हालांकि, अमेरिका ने यह भी कहा है कि वह गाजा में युद्ध के कारण ऐसे पुख्ता सबूत नहीं ढूंढ सका है। इसलिए आधिकारिक तौर पर कुछ भी नहीं कहा जा सकता। अमेरिका हथियारों की सप्लाई को जारी रखेगा।
दरअसल. अमेरिकी सांसदों ने फरवरी में इजराइल पर मानवाधिकारों के उल्लंघन का आरोप लगाया था। इसके बाद फरवरी में ही राष्ट्रपति जो बाइडेन ने एक जांच कमेटी बनाई थी। इसने 7 अक्टूबर से अप्रैल के अंत तक हुई घटनाओं को लेकर एक रिपोर्ट तैयार की। इसे अब जारी किया गया है।

अमेरिकी सांसदों ने गाजा में मानवाधिकारों के उल्लंघन का आरोप लगाया था। इसकी जांच के लिए राष्ट्रपति जो बाइडेन ने जांच कमेटी बनाई थी।
इजराइल ने अमेरिका से छिपाई जानकारी
रिपोर्ट में कहा गया है कि इजराइल ने (नेशनल सिक्योरिटी मैमोरेंडम) NSM-20 के तहत आने वाले हथियारों को लेकर पूरी जानकारी नहीं दी है। इसके चलते ये निष्कर्ष निकालना मुश्किल हो रहा है कि इजराइल ने अमेरिका के दिए हथियारों को किसके खिलाफ इस्तेमाल किया ।
बाइडेन प्रशासन ने फरवरी में अमेरिका से सैन्य सहायता हासिल करने वाले देशों से एक मेमोरेंडम साइन करवाया था। इसे NSM-20 नाम दिया गया था। इस मेमोरेंडम के तहत सैन्य सहायता प्राप्त करने वाले देशों देशों से लिखित आश्वासन लिया गया था कि वे अमेरिकी हथियारों का उपयोग अंतरराष्ट्रीय कानून के मुताबिक करेंगे। इसी के आधार पर अमेरिका भविष्य में उन देशों को सैन्य सहायता देगा।

रिपोर्ट में कहा गया है कि इजराइल ने 7 अक्टूबर के बाद NSM-20 के तहत आने वाले हथियारों का इस्तेमाल किया।
रिपोर्ट में बताया गया है कि हमास अकसर खुद को बचाने के लिए लोगों को ढाल बनाता है। वहीं, अमेरिकी सैनिकों की गाजा में मौजूदगी नहीं होने के चलते वो सटीक आंकलन नहीं कर पा रहे हैं। इन सब बातों को मद्देनजर रखते हुए फिलहाल अमेरिका को नहीं लगता है कि इजराइल ने नियमों का उल्लंघन किया है।
हालांकि, इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति खुले तौर पर कह चुके है कि अगर इजराइल राफा में मिलिट्री ऑपरेशन करता है, तो वे मदद रोक देंगे। अमेरिकी बमों की एक खेप को रोक भी चुका है।
इजराइल के हमलों से गाजा में अब तक 34,900 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। मरने वालों में 14 हजार से ज्यादा बच्चे और 9 हजार से ज्यादा महिलाएं हैं। 19 लाख से ज्यादा लोगों को घर छोड़ना पड़ा है।

राफा में इजराइली सेना के हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा था कि अमेरिका इजराइल को भेजे जाने वाले हथियारों को पूरी तरह से रोक देगा।
अमेरिका ने इजराइल को कौनसे हथियार भेजे
अमेरिकी मीडिया हाउस न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक अमेरिका ने इजराइल को गाजा में जंग के बीच 155 मिलिमीटर के 52,229 M795 आर्टिलेरी शेल्स, होवित्जर तोपों के लिए 30 हजार गोले भेजें हैं। इजराइल को 320 मिलियन डॉलर के डंब बम भी दिए गए हैं जिनमें GPS लगाकर उन्हें सटीक हमला करने में कारगर बनाया जा सकता है। इसके अलावा एयरडिफेंस सिस्टम, टैंक , हेलफायर मिसाइलें और कंधे पर रखकर चलाए जाने वाले रॉकेट भी भेजे हैं। इसके अलावा 250 से 2 हजार पाउंड के बम भी दिए गए हैं।