Published On: Wed, Jul 31st, 2024

IAS संजीव हंस के सीए से लेकर साले तक पर ED का शिंकजा, 4 ठिकानों पर रेड, काली कमाई खपाता था CA रविंद्र चौधरी


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प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बिहार में बिजली विभाग के प्रधान सचिव संजीव हंस के साले, सीए और उनसे जुड़े दिल्ली के एक रियल एस्टेट एजेंट के ठिकानों पर छापेमारी की। आईएएस अधिकारी संजीव हंस के नजदीकियों के यहां दिल्ली और गुड़गांव में चार ठिकानों पर बुधवार को व्यापक तलाशी ली गई। दिल्ली में रहने वाले उनके साले गुर बलतेज और सीए रविंद्र चौधरी के अलावा रियल एस्टेट के एक बड़े एजेंट के ठिकानों पर जांच के दौरान बड़ी संख्या में बेनामी संपत्ति से जुड़े दस्तावेज बरामद हुए हैं।

इस बेनामी संपत्ति से जुड़े दस्तावेजों में बड़ी संख्या में दिल्ली और एनसीआर इलाके में जमीन, फ्लैट समेत अन्य कई परिसंपत्तियां शामिल हैं। इस कार्रवाई के दौरान बरामद सभी दस्तावेजों की फिलहाल जांच चल रही है। इसके आधार पर आने वाले समय में बड़ी कार्रवाई की जाएगी।

ईडी की जांच में यह बात सामने आई है कि सीए रविंद्र चौधरी आईएएस संजीव हंस और पूर्व विधायक गुलाब यादव का संयुक्त रूप से कारोबार देखता है। इनकी काली कमाई के धन को अलग-अलग स्थानों पर निवेश करता था। इसके पास से बरामद कई दस्तावेजों में दूसरे लोगों या कुछ अज्ञात लोगों के नाम पर भी संपत्ति के कागजात मिले हैं।

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जांच से यह स्पष्ट हुआ है कि इन्हें खरीदने में पैसे तो इस आईएएस अधिकारी और पूर्व विधायक के लगे हुए हैं, लेकिन नाम इनके परिजनों या करीबियों के अलावा किसी दूसरे व्यक्ति के हैं। इससे जुड़े कई अहम तथ्य जांच एजेंसी के हाथ लगे हैं, जिनकी गहन तफ्तीश अलग से चल रही है। 

संजीव हंस का साला गुर बलतेज एक निजी कंपनी में नौकरी करते हैं, लेकिन इनके पास से बरामद संपत्ति के दस्तावेज इनकी आय से कहीं अधिक के हैं। मुख्य रूप से इसके पास इन सभी के काले कारोबार से जमा की गई अकूत संपत्ति के काफी साक्ष्य बरामद किए गए हैं। जिस रियल स्टेट के एजेंट के ठिकाने पर छापेमारी हुई है, वहां से बरामद दस्तावेजों से यह जानकारी मिली कि जमीन और प्लॉट में आईएएस अधिकारी और पूर्व विधायक ने काफी काला धन निवेश कर रखा है। अधिकारी ने अपने परिजनों के नाम पर भी कई प्लॉट और फ्लैट में निवेश कर रखा है। 

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इसके अलावा इस मामले में सुनील कुमार सिन्हा और बिहार सरकार के एक ठेकेदार रिशु कुमार से भी सघन पूछताछ की गई है। इन दोनों से काफी अहम जानकारी प्राप्त हुई है। खासकर आईएएस संजीव हंस की अवैध कमाई से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारी मिली है। इसकी मदद से आने वाले समय में इनके कई काले चिट्ठे खुलने की संभावना है।

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