IAS अधिकारी ने UPSC के विकलांगता कोटे पर उठाए सवाल: तेलंगाना की स्मिता सभरवाल बोलीं- सिविल अधिकारी का फिट होना जरूरी
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हैदराबाद35 मिनट पहले
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![स्मिता सभरवाल तेलंगाना कैडर की 2000 बैच की IAS अधिकारी हैं। - Dainik Bhaskar](https://net4newsonline.in/wp-content/uploads/2024/07/IAS-अधिकारी-ने-UPSC-के-विकलांगता-कोटे-पर-उठाए-सवाल.gif)
स्मिता सभरवाल तेलंगाना कैडर की 2000 बैच की IAS अधिकारी हैं।
ट्रेनी IAS ऑफिसर पूजा खेडकर के विकलांगता कोटे के दुरुपयोग के आरोपों पर केन्द्र की कमेटी जांच कर रही है। इसी बीच तेलंगाना IAS स्मिता सभरवाल ने सिविल सेवाओं में विकलांगता कोटे की जरूरत पर सवाल उठाए हैं।
स्मिता ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि IAS और IPS समेत अन्य सिविल सेवकों को जमीन पर उतर कर काम करने की आवश्यकता होती है। उनका शेड्यूल लंबा और थका देने वाला होता है। ऐसे में जरूरी है कि एक अधिकारी शारीरिक रूप से फिट हो।
उन्होंने कहा कि वे दिव्यांग लोगों का पूरा सम्मान करती हैं। लेकिन क्या कोई एयरलाइन दिव्यांग पायलट को काम पर रखती है? क्या कोई व्यक्ति, सर्जरी करवाने के लिए दिव्यांग सर्जन पर भरोसा करेगा? यह एक प्रीमियर सर्विस है, इसमें स्पेशल कोटा देने की क्या जरूरत है?
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बयान भेदभाव करने वाला है- शिवसेना सांसद
इस बयान पर शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा- यह बहुत ही दयनीय और भेदभाव करने वाला बयान है। मैंने पहली बार किसी ऑफिसर को सभी के लिए बराबरी का रास्ता खोलने वाले आरक्षण की आलोचना करते देखा है।
स्मिता ने शिवसेना सांसद को जवाब देते हुए कहा कि अगर नौकरशाह सरकार के प्रासंगिक मुद्दों पर बात नहीं करेंगे, तो कौन करेगा। मैंने अपने विचार और चिंता 24 साल की नौकरी के बाद सामने रखे हैं। अन्य सरकारी नौकरियों की मुकाबले सिविल सेवा की मांग अलग हैं। अन्य नौकरियों में दिव्यांगों को बेहतर अवसर मिल सकते हैं।
सिविल सेवा में विकलांगता कोटे का विवाद क्या है
महाराष्ट्र कैडर की ट्रेनी IAS ऑफिसर पूजा खेड़कर विकलांगता कोटे से UPSC में अपने सिलेक्शन को लेकर सुर्खियों में हैं। उन पर सिविल सेवा परीक्षा पास करने के लिए फर्जी दिव्यांगता प्रमाण पत्र लगाने का आरोप है।
पुणे के यशवंतराव चव्हाण मेमोरियल (YCM) अस्पताल से 24 अगस्त, 2022 को उनका दिव्यांगता प्रमाण पत्र जारी किया गया था। YCM के डीन राजेंद्र वाबले ने इसे लेकर कहा है कि इस प्रमाण पत्र में उन्हें 7% दिव्यांग बताया गया है।
![यह वही विकलांगता सर्टिफिकेट है, जो पुणे के यशवंतराव चव्हाण मेमोरियल अस्पताल ने जारी किया था।](https://net4newsonline.in/wp-content/uploads/2024/07/1721646363_880_IAS-अधिकारी-ने-UPSC-के-विकलांगता-कोटे-पर-उठाए-सवाल.jpg)
यह वही विकलांगता सर्टिफिकेट है, जो पुणे के यशवंतराव चव्हाण मेमोरियल अस्पताल ने जारी किया था।
UPSC के नियम के मुताबिक, विकलांग कोटे से सिलेक्शन के लिए 40% डिसेबिलिटी होना जरूरी है।
YCM के डीन राजेंद्र वाबले ने 16 जुलाई को कहा- 7% का मतलब है कि शरीर में कोई बड़ी विकलांगता नहीं है। पूजा का मामला लोकोमोटर डिसेबिलिटी यानी चलने-फिरने में परेशानी से जुड़ा है। इस सर्टिफिकेट में पूजा ने अपना एड्रेस भी गलत बताया था।
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UPSC ने पूजा के खिलाफ FIR दर्ज कराई
पूजा खेडकर के खिलाफ UPSC ने FIR दर्ज कराई है। UPSC ने आरोप लगाया है कि पूजा ने अपनी पहचान बदल-बदलकर UPSC की तय सीमा से ज्यादा बार सिविल सर्विसेस का एग्जाम दिया। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पूजा के खिलाफ जालसाजी, धोखाधड़ी, आईटी एक्ट और डिसेबिलिटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया है।
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यूपी के पूर्व IAS अभिषेक सिंह पर भी लगे फर्जी सर्टिफिकेट के आरोप
जौनपुर के पूर्व IAS अफसर अभिषेक सिंह पर भी फर्जी सर्टिफिकेट लगाकर विकलांग कोटे से UPSC में सिलेक्शन के आरोप लग रहे हैं। अभिषेक 2011 बैच के IAS अफसर हैं।
अभिषेक सिंह ने UPSC की परीक्षा विकलांग कैटेगरी से पास की थी। उन्होंने लोकोमोटिव डिसऑर्डर यानी खुद को चलने-फिरने में अक्षम बताया था। अभिषेक ने अपने एक्टिंग करियर के लिए 2023 में IAS पद से इस्तीफा दे दिया था।
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पूजा खेडकर का मामला सामने आने के बाद अभिषेक के जिम वर्कआउट और डांस करने के वीडियोज वायरल हो रहे हैं। इसके बाद से विकलांग कैटेगरी के तहत उनके सिलेक्शन पर सवाल उठने लगे हैं। इसका जवाब देते हुए अभिषेक ने कहा कि लोग मेरे खिलाफ प्रोपेगेंडा चला रहे हैं। इसे बंद करना चाहिए। पूरी खबर पढ़ें…
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IAS पूजा खेडकर के पास 22 करोड़ की प्रॉपर्टी, इनसे सालाना 42 लाख कमाई; जिस ऑडी पर लाल-नीली बत्ती लगवाई
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पूजा खेडकर करीब 17-22 करोड़ की प्रॉपर्टी की मालकिन हैं। पूजा ने साल 2023 में जॉइनिंग से पहले सरकार को दिए अपनी अचल संपत्ति के ब्योरे में बताया कि उन्होंने 2015 में पुणे के म्हालुंगे में 2 प्लॉट खरीदे। इसमें उन्होंने एक प्लॉट 42 लाख 25 हजार रुपए और दूसरा प्लॉट 43 लाख 50 हजार रुपए में खरीदा। अभी दोनों प्लॉट की मार्केट वैल्यू 6 से 8 करोड़ रुपए के बीच है।
पूजा ने 2018 में पुणे के धनेरी इलाके में 20 लाख 79 हजार रुपए में 4.74 हेक्टेयर जमीन खरीदी। इसकी मौजूदा कीमत 3 से 4 करोड़ रुपए है। पूजा ने 2020 में 44 लाख 90 हजार रुपए में केंधवा में 724 स्क्वायर फीट का एक फ्लैट खरीदा, जिसकी कीमत अभी 75 लाख रुपए है। पूरी खबर पढ़ें…