‘I have the support of the CM and 18 district associations, and I don’t need anyone’s certificate’ | ‘मुझे सीएम व 18 जिला संघों का समर्थन है, और किसी के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं’ – Jaipur News

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राजस्थान की क्रिकेट में विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहे। आरोप-प्रत्यारोपों का दौर जारी है। शुक्रवार को एडहॉक कमेटी कन्वीनर जयदीप बिहाणी से जब पूछा कि आपकी बात को कोई सीरियस नहीं लेता तो उन्होंने कहा-मुझे सीएम, सहकारिता मंत्री और 18 जिला संघों का समर्थन है। किसी और के सर्टिफिकेट की मुझे जरूरत नहीं है।
धनंजय गुट ने डेढ़ करोड़ रुपए के गबन का आरोप लगाया है। हां, हमने करीब डेढ़ करोड़ रुपए के पेमेंट किए हैं। इसमें प्लेयर्स, अम्पायर्स, स्कोरर्स, ग्राउंड्समैन, होटल की पेमेंट, टीए-डीए शामिल है। बिहाणी ने कहा कि हमने सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस दीपक वर्मा को आरसीए का लोकपाल और एथिक्स अॉफीसर नियुक्त किया है। इसके साथ ही 20 जून को अजमेर में आरसीए की एजीएम बुलाई गई है।
देश में मंत्री पुत्र, सरपंच पति बड़ी समस्या: बिहाणी
इस बीच बिहाणी ने मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर के बेटे पर तंज कसते हुए कहा- मंत्री पुत्र, सरपंच पति बड़ी समस्या है। मैं भी MLA हूं, लेकिन मेरा बेटा तो MLA का स्टिकर लगाकर नहीं घूमता। जनता में गजेंद्र सिंह खींवसर का प्रभाव है, न कि उनके बेटे (धनंजय) का। अपने सोशल मीडिया पर इसका जवाब देते हुए धनंजय ने कहा, मुझे मेरे पिता पर गर्व है लेकिन मैं उनकी विरासत पर नहीं, अपनी मेहनत पर खड़ा हूं। मेरी गाड़ी पर ‘मंत्री पुत्र या विधायक’ जैसे स्टिकर नहीं लगते क्योंकि मेरी पहचान मेरे कर्मों से है। इसलिए आलोचना कीजिए लेकिन शालीनता से।
ईजीएम बाय सर्कुलेशन में मिले बिहाणी को ये अधिकार
17 मई को ईजीएम बाई सर्कुलेशन से एडहॉक कमेटी कन्वीनर बिहाणी को बहुमत से अधिकार दिए गए। इनमें 32 में से 18 जिला संघों ने सहमति जताई।
{लोकपाल व एथिक्स ऑफीसर की नियुक्ति का अधिकार
{क्रिकेट कमेटी, स्टैंडिंग कमेटी, लीगल कमेटी, फाइनेंस कमेटी एवं सब कमेटियों की नियुक्ति
{जिला क्रिकेट संघ पाली व बीकानेर की सम्बद्धता निरस्तीकरण के सम्बन्ध में।
{आडिटर्स आदि की नियुक्ति के सम्बन्ध में।
{आरसीए बैंक अकाउंट में हस्ताक्षर परिवर्तन का अधिकार
पाली और बीकानेर की टीमों का चयन आरसीए कमेटी करेगी : बिहाणी ने कहा कि सीनियर स्टेट चैंपियनशिप काल्विन शील्ड का आयोजन 7 जून से शुरू हो रहा है। पाली और बीकानेर जिला संघों की सम्बद्धता समाप्त की गई है लेकिन इन जिलों के खिलाड़ियों को नुकसान नहीं होने दिया जाएगा। इन जिलों की टीमों का चयन आरसीए की चयन समिति करेगी। बिहाणी ने कहा कि विभिन्न कमेटियों का गठन एक-दो दिन में कर दिया जाएगा।
12 महीने में बुलाई 16 मीटिंग : बिहाणी ने कहा कि चार लोगों ने विगत दिनों मीटिंग की, जिसका उन्हें कोई अधिकार नहीं है। मीटिंग बुलाने का अधिकार आरसीए विधान और स्पोर्ट्स एक्ट के तहत सिर्फ कन्वीनर को है। बिहाणी ने कहा कि कहा जा रहा है कि मैं मीटिंग नहीं बुलाता, जबकि एडहॉक कमेटी के 12 महीने के कार्यकाल के दौरान ही उन्होंने 16 बार मीटिंग बुलाई है।
भ्रष्टाचार नहीं होने दूंगा : बिहाणी ने कहा कि आरसीए में एक पैसे का भी भ्रष्टाचार नहीं होने दूंगा। जांच के लिए एक स्वतंत्र कमेटी भी गठित की गई है, जिसकी रिपोर्ट जल्द प्रस्तुत की जाएगी। उन्होंने कहा कि मैंने और धनंजय सिंह ने आज तक किसी बैठक का टीए/डीए नहीं लिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि लोग टीए/डीए कमाने में ही लगे हैं। इसी लिए बार-बार कमेटी की मीटिंग बुलाने का दवाब डालते हैं।