Himachal Weather Humidity Increased In The Mountains Yellow Alert For Rain For Two Days – Amar Ujala Hindi News Live

{“_id”:”66f2cf532cafa12ca702f823″,”slug”:”himachal-weather-humidity-increased-in-the-mountains-yellow-alert-for-rain-for-two-days-2024-09-24″,”type”:”feature-story”,”status”:”publish”,”title_hn”:”Himachal Weather: धर्मशाला में 36 साल बाद 32 डिग्री पहुंचा पारा, पहाड़ों में भी उमस; 2 दिन बारिश का येलो अलर्ट”,”category”:{“title”:”City & states”,”title_hn”:”शहर और राज्य”,”slug”:”city-and-states”}}
हिमाचल प्रदेश में बुधवार को भी प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान है। 26 और 27 सितंबर को बारिश का येलो अलर्ट जारी हुआ है।

शिमला में मंगलवार को खिली तेज धूप में छाता लिए गुजरते लोग।
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
विस्तार
हिमाचल प्रदेश में बारिश का दौर थमते ही बढ़ी उमस के बीच मंगलवार को सितंबर में धर्मशाला में 36 साल बाद अधिकतम पारा 32 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ। चार साल बाद ऊना में भी अधिकतम तापमान 38 डिग्री दर्ज हुआ। राजधानी शिमला और कांगड़ा में भी उमस पसीने छुड़ा रही है। शिमला में लगातार दूसरे दिन पारा 28 और कांगड़ा में 35 डिग्री रहा। मंगलवार को प्रदेश के 17 क्षेत्रों में अधिकतम तापमान 30 डिग्री से अधिक दर्ज हुआ। बुधवार को भी प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान है। 26 और 27 सितंबर को बारिश का येलो अलर्ट जारी हुआ है।
राजधानी शिमला सहित प्रदेश के सभी क्षेत्रों में मंगलवार को मौसम साफ रहा। धर्मशाला में 36 साल बाद सबसे अधिक पारा दर्ज हुआ। इससे पहले साल 1988 में सितंबर के दौरान पारा 38 डिग्री दर्ज हुआ था। इसके बाद के वर्षों में अधिकतम तापमान 31 डिग्री तक ही रहा। अब मंगलवार को पारा 32 डिग्री पहुंचा। चार साल बाद ऊना में सबसे अधिक पारा 38.6 डिग्री दर्ज हुआ। इससे पहले सितंबर 2020 में भी अधिकतम तापमान 38.6 डिग्री पहुंचा था।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने बुधवार को प्रदेश में मौसम साफ बना रहने के साथ तापमान में और अधिक बढ़ोतरी दर्ज होने की संभावना जताई है। 26 और 27 सितंबर को बारिश का येलो अलर्ट है। 28 से 30 सितंबर तक मौसम साफ रहने के आसार हैं। अक्तूबर के पहले सप्ताह में प्रदेश से मानसून के विदा होने का पूर्वानुमान है। उधर, प्रदेश में एक से 24 सितंबर के दाैरान सामान्य से आठ फीसदी कम बारिश दर्ज हुई है। प्रदेश में इस अवधि के दौरान 100 मिलीमीटर बारिश हुई है। इस दौरान 108 मिलीमीटर बारिश को सामान्य माना गया है।