{“_id”:”673e0591abed0a214e000e62″,”slug”:”himachal-weather-cold-increased-fog-in-the-plains-no-chance-of-rain-or-snowfall-yet-2024-11-20″,”type”:”feature-story”,”status”:”publish”,”title_hn”:”Himachal Weather: ठंड बढ़ी, मैदानों में कोहरा, अभी बारिश-बर्फबारी के आसार नहीं; कई इलाकों में सूखे के हालात”,”category”:{“title”:”City & states”,”title_hn”:”शहर और राज्य”,”slug”:”city-and-states”}}
अमर उजाला ब्यूरो/संवाद, शिमला/जोगिंद्रनगर (मंडी)।
Published by: अंकेश डोगरा
Updated Thu, 21 Nov 2024 02:00 AM IST
हिमाचल प्रदेश में बारिश-बर्फबारी न होने से कई इलाकों में सूखे के हालात हैं। वहीं, पश्चिमी विक्षोभ के कमजोर पड़ने से 22 से 24 नवंबर तक हिमाचल में बारिश और बर्फबारी के आसार नहीं हैं। पढ़ें पूरी खबर…
शिमला में बुधवार को खिली धूप में घूमते लोग। बुधवार को मौसम साफ रहा। – फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
विस्तार
पश्चिमी विक्षोभ के कमजोर पड़ने से 22 से 24 नवंबर तक हिमाचल में बारिश और बर्फबारी के आसार नहीं हैं। मैदानों में कोहरा पड़ने का सिलसिला जारी रहा। इससे यातायात प्रभावित हो रहा है। पहाड़ों में ठंड बढ़ने से ग्लेशियर जमने लगे हैं। बारिश-बर्फबारी न होने से कई इलाकों में सूखे के हालात हैं। नदी-नालों में जलस्तर घटने से जोगिंद्रनगर में हिमाचल की 66 मेगावाट पन विद्युत बस्सी परियोजना और पंजाब राज्य विद्युत बोर्ड की 110 मेगावाट की शानन विद्युत परियोजना में विद्युत उत्पादन गिर गया है।
उधर, ताबो, कुकुमसेरी, समदो में न्यूनतम तापमान माइनस में पहुंचने से ऊंचाई वाले क्षेत्रों में प्राकृतिक झील और झरने जम रहे हैं। सालाना 250 करोड़ की आमदनी जुटाने वाली शानन परियोजना में विद्युत उत्पादन 60 प्रतिशत की गिरावट आई है। यहां 15 मेगावाट की चार और 50 मेगावाट की एक मशीन से कुल 110 मेगावाट विद्युत उत्पादन होता था, जो इन दिनों 0.55 मिलियन मेगावाट ही हो रहा है। पावर हाउस में स्थापित 50 मेगावाट की एक और 15 मेगावाट की दो मशीनरियों को पानी की किल्लत के चलते बंद करना पड़ा है। बस्सी में भी पहले 66 मेगावाट विद्युत उत्पादन होता था, जो इन दिनों 16 मेगावाट तक सिमट चुका है। बस्सी में सालाना 100 करोड़ की आमदनी होती थी, जो इन दिनों पानी की कमी के चलते लाखों में सिमट गई है। पानी की आपूर्ति कम हो जाने से 16.4 मेगावाट की तीन टरबाइनों को बंद करना पड़ा है।