Published On: Sun, Jun 2nd, 2024

Himachal Lok Sabha Election 2024 Bjp Congress Winning Prediction – Amar Ujala Hindi News Live


Himachal Lok Sabha Election 2024 Bjp Congress Winning Prediction

हिमाचल लोकसभा चुनाव
– फोटो : अमर उजाला नेटवर्क

विस्तार


हिमाचल प्रदेश में लोकसभा चुनाव में चारों सीटों पर भारी मतदान हुआ है। ऐसा नहीं है किसी एक क्षेत्र में बहुत ज्यादा हुआ है या किसी में बहुत कम। औसतन 70% के आसपास वोट ज्यादातर विस क्षेत्रों में पड़े हैं। हालांकि, भाजपा-कांग्रेस इस मतदान प्रतिशतता को अपने-अपने हक में बता रही है, लेकिन आंकड़े कोई स्पष्ट रूझान नहीं देते हैं।  

शिमला सीट : सुल्तानपुरी के हलके में कश्यप के यहां से ज्यादा मतदान 

लोकसभा सीट शिमला में कांग्रेस प्रत्याशी विनोद सुल्तानपुरी के हलके कसौली में सांसद सुरेश कश्यप के विधानसभा क्षेत्र पच्छाद से ज्यादा मतदान हुआ। आठ बजे तक के आंकड़ों के कसौली में 76.15 प्रतिशत मतदान हुआ। सुक्खू सरकार में मंत्री धनीराम शांडिल के विधानसभा क्षेत्र सोलन में 68.60 प्रतिशत मतदान हुआ। भाजपा प्रत्याशी सुरेश कश्यप के गृह जिला सिरमौर के पांच हलकों में सबसे ज्यादा मतदान भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल के हलके नाहन में 79.99 प्रतिशत हुआ। यहां पर पीएम मोदी ने रैली की थी। सुरेश कश्यप के गृहक्षेत्र पच्छाद में 73.12 प्रतिशत मतदान हुआ। हालांकि, यह हाटी समुदाय बहुल हलकों शिलाई और रेणुका से ज्यादा रहा। जुब्बल-कोटखाई में 75.51 और रोहड़ू में 74.43 प्रतिशत मतदान हुआ। यहां पर मुख्य मुकाबला कांग्रेस के विनोद सुल्तानपुरी और भाजपा के सुरेश कश्पप के बीच है।  

मंडी सीट : जयराम-विक्रमादित्य के ज्यादा, कंगना के घर कम वोटिंग

जयराम ठाकुर के गृह हलके सिराज में 79.22, कंगना के गृह क्षेत्र सरकाघाट में 67.58 प्रतिशत मतदान हुआ। कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह के घर रामपुर में 74.03 प्रतिशत मतदान हुआ। सीपीएस सुंदर ठाकुर के हलके कुल्लू में 72.04 प्रतिशत मतदान हुआ। कैबिनेट मंत्री जगत सिंह नेगी के जनजातीय क्षेत्र किन्नौर में 71.44 प्रतिशत मतदान हुआ। पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. पंडित सुखराम का गढ़ मंडी सदर में 74.68 प्रतिशत मतदान हुआ। मंडी जिले में सरकाघाट और जोगिंद्रनगर को छोड़कर अन्य सभी हलकों में 70 फीसदी से अधिक मतदान हुआ है। इसके अलावा जनजातीय क्षेत्र भरमौर हलके में सबसे कम मतदान 63.14 प्रतिशत हुआ है। यहां से भाजपा विधायक डाॅ. जनक राज हैं। मंडी सीट पर 2019 में 73 प्रतिशत मतदान हुआ था। यहां पर मुख्य मुकाबला भाजपा प्रत्याशी कंगना और कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह में है। 

हमीरपुर सीट : नड्डा के हलके में पार हुआ पिछले चुनाव का रिकॉर्ड पार

हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के तहत मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के विधानसभा हलके नादौन में मतदान 70 प्रतिशत से ज्यादा हुआ। पूर्व मुख्यमंत्री प्रेमकुमार धूमल से संबंधित और उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी राजेंद्र राणा के विधानसभा क्षेत्र नादौन में भी मतदान 70.59 प्रतिशत का आंकड़ा पार कर गया। दोनों ही हलके हमीरपुर के बाकी अन्य विधनसभा क्षेत्रों से भी मतदान प्रतिशतता में आगे निकल गए। भाजपा प्रत्याशी केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के गृह विधानसभा क्षेत्र भोरंज में शाम पांच बजे तक 66.05 प्रतिशत हुआ। भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के गृह विधानसभा क्षेत्र बिलासपुर में पिछले चुनाव में कुल 71 प्रतिशत मतदान हुआ था, जो 71.76 प्रतिशत तक पहुंच गया। कांग्रेस प्रत्याशी सतपाल रायजादा के विधानसभा क्षेत्र ऊना में वोट प्रतिशतता 71.39 फीसदी हो गई। उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री के विधानसभा क्षेत्र हरोली में पांच बजे तक 65.95 प्रतिशत मतदान पहुंचा। 2019 के चुनाव की बात करें तो उस वक्त संसदीय क्षेत्र हमीरपुर में 72.82 प्रतिशत कुल मतदान हुआ था। यहां मुकाबला भाजपा के अनुराग ठाकुर और कांग्रेस के सतपाल रायजादा के बीच है। 

कांगड़ा-चंबा सीट : कम मतदान ने कांगड़ा में उलझाया चुनावी गणित

कांगड़ा-चंबा सीट पर 67.97 प्रतिशत वोट पड़े, जो अन्य संसदीय क्षेत्रों से कम हैं। चुराह में हंसराज के हलके में 70.91 प्रतिशत मत पड़े। डलहौजी में दविंद्र सिंह के विस क्षेत्र में 66.61 प्रतिशत वोट पड़े। नूरपुर में रणबीर निक्का के क्षेत्र में मतदान प्रतिशतता 68.53 प्रतिशत रही। सुलह में विपिन परमार के विस क्षेत्र में मतदान प्रतिशत 67.56 रहा। पवन काजल के क्षेत्र कांगड़ा में मतदान प्रतिशतता 69.77 ही रही। इस तरह से कांगड़ा जिला में भाजपा विधायकों के क्षेत्रों में भी बड़ी मत प्रतिशतता नहीं है। लोकसभा चुनाव में इस बार यहां कम मतदान हुआ है। विधायक विपिन सिंह परमार के हलके सुलह में 67.56 फीसदी वोट पड़े। भाजपा के दिग्गज शांता कुमार के गृह क्षेत्र पालमपुर में 68.88 फीसदी मतदान हुआ। विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया के विस क्षेत्र भटियात में 63 फीसदी मतदान हुआ है। नगरोटा बगवां में 70.59 फीसदी मतदान हुआ। चंद्रकुमार के हलके जवाली में 66.91 फीसदी वोट पड़े। यहां मुकाबला कांग्रेस के आनंद शर्मा और भाजपा के राजीव भारद्वाज के बीच है।

उपचुनाव वाली सीटों पर मतदाताओं में रहा ज्यादा उत्साह

केलांग/हमीरपुर/ऊना/धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश में उपचुनाव वाली सीटों पर मतदाताओं में ज्यादा उत्साह दिखा। प्रदेश में छह विधानसभा क्षेत्रों में हुए उपचुनाव में इस बार लाहौल-स्पीति में 2022 विस चुनाव में हुए मतदान का रिकॉर्ड टूट गया। जिले में 74.09 प्रतिशत मतदान हुआ है। 2022 के विस चुनाव में यहां 73.74 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में लाहौल से 11,881 और स्पीति में 6,414 मत पड़े थे। 15 माह के बाद हुए उपचुनाव में सुजानपुर और बड़सर में बंपर वोटिंग हुई है। वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव के मुकाबले सुजानपुर और बड़सर में अधिक वोटिंग हुई है।

सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र में शाम पांच बजे तक 71 फीसदी मतदान दर्ज हुआ है, जबकि बीते विस चुनाव में यहां पर कुल मतदान 74.12 फीसदी दर्ज हुआ है। वहीं, बड़सर विधानसभा क्षेत्र में 62 फीसदी मतदान पांच बजे तक दर्ज हुआ है। बीते विस चुनावों में कुल वोटिंग 72.29 फीसदी हुई थी। दोनों विधानसभा क्षेत्रों में मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू की अगुआई में प्रदेश सरकार ने पूरी ताकत झोंक दी थी। हालांकि अधिक वोटिंग किसके पक्ष में हुई है यह आकलन बेहद मुश्किल है। अंतिम आंकड़े आने तक यहां पर मत प्रतिशत बीते चुनावों में मुकाबले बढ़ता नजर आ रहा है। उधर, उपचुनाव वाली छह सीटों में से हॉट सीट मानी जाने वाली धर्मशाला की जनता का मनोबल गर्मी नहीं तोड़ सकी। विधानसभा के लोगों ने शाम पांच बजे तक 66.38 फीसदी मतदान किया।

शाम सात बजे तक यह आंकड़ा पिछले विधानसभा चुनाव के आंकड़े को पार कर सकता है। महिलाओं ने पुरुषों के मुकाबले अधिक मतदान किया। 27 हजार पुरुषों के मुकाबले 29 हजार महिलाओं ने वोट डाले। उधर, सांय पांच बजे तक विधानसभा क्षेत्र गगरेट में 68.29 प्रतिशत से अधिक मतदान हो चुका था। इस प्रदेश 2022 के मुकाबले उपचुनाव 2024 में मतदान प्रतिशतता कम हुई है। वर्ष 2022 में गगरेट विधानसभा में कुल 78.88 फीसदी वोट पड़े थे। वर्ष 2022 में गगरेट विधानसभा में कुल 78.88 फीसदी मतदान हुआ था, जबकि इस बार अभी आंकड़े आने शेष हैं। इस बार मतदान 75 फीसदी मतदान होने की संभावना है। दूसरी ओर कुटलैहड़ विस क्षेत्र उपचुनाव 2024 में 71.57 प्रतिशत मतदान सांय पांच बजे तक हुआ है, जबकि मतदान करने के लिए मतदाता देर रात तक कतारों में अपनी बारी का इंतजार करते रहे। अगर बात 2022 विस चुनावों की करें तो यहां पर 76 प्रतिशत मतदान दर्ज हुआ। फिर चाहे मत प्रतिशतता गर्मी के चलते कम हुआ हो या मात्र 14 माह बाद चुनावों के आने के बाद मत प्रतिशत में कमी आईं है।

.



Source link

About the Author

-

Leave a comment

XHTML: You can use these html tags: <a href="" title=""> <abbr title=""> <acronym title=""> <b> <blockquote cite=""> <cite> <code> <del datetime=""> <em> <i> <q cite=""> <s> <strike> <strong>