पर्यटन सीजन के लिए हवाई उड़ानों में भी सैलानियों की संख्या में वृद्धि हुई है। दिल्ली, देहरादून और जयपुर से कुल्लू-मनाली आने के लिए जहां सड़क से 10 से 15 घंटे का समय लगता है। हवाई जहाज में सवा घंटे से दो घंटे का सफर तय कर यहां पहुंच रहे हैं। समर सीजन में कुल्लू-मनाली और लाहौल की ठंडी वादियों को निहारने के लिए सैलानी हवाई सेवा का भरपूर लाभ उठा रहे हैं।
भुंतर स्थित कुल्लू-मनाली हवाई अड्डे के लिए चलने वाली सभी उड़ाने आजकल पैक चल रही हैं। जून में दिल्ली से भुंतर, देहरादून से भुंतर, जयपुर से भुंतर और अमृतसर से भुंतर की हवाई उड़ानें पूरी तरह से पैक हैं। 2024 से हवाई सेवाओं का दिल्ली के अलावा देश के दूसरे शहरों के लिए किए गए विस्तार होने से घाटी में हाई प्रोफाइल सैलानियों की पहुंच अधिक हो गई है। पर्यटन कारोबारी गौतम ठाकुर, राजेंद्र प्रकाश, उगम राम और प्रकाश चंद ने कहा कि पर्यटन को बढ़ावा के लिए हवाई सेवा मुख्य साधन है। सरकार को इसका विस्तार और भी बढ़ाना चाहिए।
जून के लिए भुंतर हवाई अड्डे को आने वाली चारों शहरों की उड़ानों कें लिए एडवांस बुकिंग है और लगभग सभी उड़ानें पैक चल रही हैं। उनके मुताबिक चारों शहरों से हवाई जहाज के लिए अच्छी डिमांड आ रही है। – मनीश कुमार, मैनेजर एलायंस एयर।
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हिमाचल प्रदेश होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष गजेंद्र ठाकुर ने कहा कि दिल्ली समेत देश के दूसरे शहरों से अब भुंतर के लिए हवाई सेवाएं चल रही हैं। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हवाई सेवाओं का विस्तार कर देश के अन्य शहरों को भी जोड़ा जाना चाहिए। ताकि, कुल्लू-मनाली घूमने आने वाले सैलानियों को सुविधा मिल सके।