Harsh Raj : पुराना घाव हरा हुआ तो हर्ष राज की हत्या! पटना लॉ कॉलेज में युवक को पीटकर मारे जाने से पहले धमकी दी


पटना यूनिवर्सिटी के पटेल छात्रावास में खुलेगा राज।
– फोटो : अमर उजाला डिजिटल
विस्तार
पटना लॉ कॉलेज में सोमवार को जिस युवक की परीक्षा देकर निकलते ही बीसियों युवक-युवतियों के सामने पीट-पीटकर की हत्या कर दी गई थी, उसका राज 15 दिन पहले उसे मिली धमकी के पीछे छिपा है। यह धमकी ताजा घटना को लेकर दी गई थी, जबकि उसके पीछे पिछले साल की वारदात भी थी। मतलब, पिछला घाव हरा होने पर यह हत्या की गई है- इसकी आशंका ज्यादा है। पुलिस अभी इस एंगल को सामने नहीं ला रही है, लेकिन ‘अमर उजाला’ की पटना से लेकर वैशाली तक चली पड़ताल में सामने आ रहा है कि हत्या के पीछे पटेल छात्रावास से हर्ष राज की दुश्मनी ही है। पुलिस जिन तीन एंगल पर जांच कर रही थी, उसकी जानकारी हमने पहले ही दी थी। यह चौथा और बहुत मजबूत एंगल इसलिए है क्योंकि सबसे ताजा यही है। इसमें धमकी की बात भी आ रही है।
एनआईटी घाट पर 14 दिन पहले शाम में धमकी
वैशाली के रहने वाले एक दैनिक अखबार के रिपोर्टर अजीत की पुत्र हर्ष राज की सोमवार को पटना लॉ कॉलेज में की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। राजधानी पटना में हुई हत्या के इस मामले में पुलिस के हाथ अभी खाली हैं। पटना पुलिस जिन तीन एंगल पर काम कर रही है, उसकी जानकारी इस खबर में दी गई थी। क्लिक कर पढ़ें। अब आगे ‘अमर उजाला’ की पड़ताल में सामने आ रहा है कि हर्ष राज को 14 दिन पहले धमकी दी गई थी। वैशाली स्थित हर्ष के घर पर इस बात की चर्चा भी है कि पटना के NIT घाट पर 14 दिन पहले शाम के समय हर्ष के साथ पटेल छात्रावास के छात्रों का विवाद हुआ था। पटेल छात्रावास के पांच-छह लड़के पहले से NIT घाट पर बैठे हुए थे। इसी दौरान हर्ष NIT घाट पर अपने दोस्त के साथ पहुंचा था। कुछ देर बाद ही हर्ष एवं पटेल छात्रावास के छात्रों के बीच कहासुनी शुरू हो गई थी। तब, वहां मौजूद लोगों ने बीचबचाव कर सभी को भगा दिया था। पटेल छात्रावास के छात्रों ने जाते-जाते हर्ष को धमकी दी कि तुम्हें बहुत जल्दी देख लेंगे। अब इस तरह से लड़कों के समूह ने पटना लॉ कॉलेज में हर्ष की जान ली है तो यह एंगल मजबूत नजर आ रहा है।
इस धमकी का पुराना कनेक्शन भी था
दरअसल, 14 दिन पहले जो धमकी मिली थी- वह अक्टूबर 2023 में पटना के जदयू ऑफिस से सटे मिलर स्कूल ग्राउंड के घटनाक्रम से जुड़ी थी। तब हर्ष राज के नेतृत्व में डांडिया का कार्यक्रम हुआ था। उस दौरान स्टेज पर चढ़ने को लेकर दो छात्रावास के लड़कों में भिड़ंत हो गई थी। इसमें पटेल छात्रावास के एक लड़के का सिर फट गया था। माना जा रहा है कि वही घाव 14 दिन पहले हरा हो जाने के कारण हत्या की यह वारदात सामने आयी है। पटना यूनिवर्सिटी के अंदर चल रही चर्चाओं की मानें तो हर्ष के बढ़ते कद के कारण पटेल छात्रावास गुट के लड़के ज्यादा चिंतित थे और वह यह भी मान रहे थे कि चुनाव हुआ तो उसकी ताकत बढ़ सकती है। हर्ष चुनावी राजनीति में सक्रिय भी हो चुका था। हर्ष के परिवार वाले बताते हैं कि हर्ष पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ का चुनाव लड़ना चाहता था। उसके पिता अजीत उसे चुनाव लड़ने से मना भी कर रहे थे, लेकिन वह जिद पर कायम था। लगातार वह पटना यूनिवर्सिटी के तमाम कॉलेजों में घूम-घूम कर काफी मेहनत कर रहा था। पिछले कुछ समय से वह राजनेताओं से लेकर अफसरशाहों तक से जुड़ गया था। वह अपना संगठन बना समाजसेवा भी कर रहा था और दूसरे समाजसेवी संगठनों के लिए भी सक्रिय था। लोकसभा चुनाव आया तो राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन प्रत्याशी शांभवी चौधरी के लिए वह समस्तीपुर सीट पर दिन-रात सक्रिय था। उसने 25 मई को पहली बार मताधिकार का उपयोग भी अपने गांव वैशाली के मझौली में किया था। उसके बाद ही परीक्षा देने के लिए पटना पहुंचा, जहां पेपर खत्म कर निकलते समय उसकी हत्या कर दी गई।