Ground report:Truck drivers are stopped on the highway and given something to drink that makes them lose sleep, collector takes a unique initiative

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जोधपुर-पाली हाईवे पर एक अनूठी पहल शुरू हुई है, जहाँ टोल नाकों पर सुबह 3 से 5 बजे ट्रक चालकों को मुफ्त चाय दी जा रही है। इसका मकसद नींद की झपकी से होने वाले सड़क हादसों को कम करना है।

नेशनल हाइवे पर चाय की मनुहार
पाली. अगर आप अब जोधपुर से पाली या फिर पाली से पिंडवाडा की तरफ इस नेशनल हाईवे से गुजरते है तो आपको अब यहां टोल नाको से कुछ ही दूरी पर पहले चाय की मनुहार होगी. इस चाय की मनुहार के पीछे का जो मकसद है वह है लगातार हाईवे पर होने वाले सड़क हादसो में कमी लाना. यह अक्सर देखा गया है कि देर रात से सुबह तक ट्रक चलाने वाले उन ट्रक चालकों को अलसुबह का एक ऐसा समय होता है जब नींद की एक ऐसी झपकी आती है जो स्वयं के साथ-साथ अन्य लोगों की जान के लिए खतरा बनी होती है, जिसके चलते पाली के जिला कलेक्टर एलएन मंत्री द्वारा इन टोल नाकों पर यह अभियान चलाया जा रहा है. इसके तहत सीएसआर एवं सेफ्टी मैनेजर फिरोज खान की उपस्थिति में टोल सहित विभिन्न स्थानों पर सुबह 3 से 5 बजे तक यह अभियान इसी तरह से संचालित किया जाता है.
सुबह 3 से 5 बजे के बीच चलाया जाता है अभियान
राजस्थान में इस तरह की अनूठी पहल राजस्थान के पाली-पिंडवाड़ा नेशनल हाइवे 62 और 162 पर देखने को मिल रही है. ऐसा इसलिए क्योंकि लगातार लापरवाही के चलते होने वाली सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाना उद्देश्य है. इसलिए इस तरह का अनूठा कदम पाली जिला प्रशासन द्वारा उठाया गया है. इसके तहत सुबह 3 बजे ट्रक ड्राइवरों के लिए टोल प्लाजा पर चाय-पानी की निःशुल्क व्यवस्था की जा रही है. इसमें जाडन व सांडेराव स्थित बिरामी टोल के अलावा कई स्थानों पर ये व्यवस्था की जा रही है. इसका उद्देश्य वाहन ड्राइवरों की सेफ्टी का ख्याल रखना है. हाईवे पेट्रोलिंग टीम के जरिए वाहन चालकों को ट्रैफिक नियमों का पालन करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है.
हाईवे पर वाहनों के लिए चाय की मनुहार एक अच्छी पहल
एनएचएआई की ओर से आमजन को दुर्घटनाओं से जानमाल के नुकसान से बचाने के लिए अनेक प्रयास व कदम उठाए जाते रहे हैं. लोकल 18 की टीम ने जब मौके पर जाकर इस अनूठी पहल की पड़ताल की तो वहां मौजूद व्यक्ति अभिषेक परिहार ने कहा कि ये एक बहुत अच्छी पहल की गई है,क्योंकि 99 प्रतिशत ड्राइवर जो होते है उनको चाय चाहिए होती है. जब वे हाईवे पर जाते हैं तो नींद की झपकी आ जाती है और ये हादसे अधिकतर 3 से 5 बजे के बीच में होते है. ऐसे में अपना घर छोडकर तीन से चार दिन इन हाईवे पर रहने वाले ड्राइवर की सुरक्षा के लिए यह एक अच्छी पहल है.
कलेक्टर ने दिए हादसों में कमी लाने के निर्देश
गौरतलब है कि जिला कलेक्टर एलएन मंत्री की अध्यक्षता में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक कलेक्ट्रेट में आयोजित की गई थी. जिसमें जिला कलेक्टर मंत्री ने कहा कि सड़क सुरक्षा समिति का गठन जिले में सड़क दुर्घटनाओं के कंट्रोल के लिए किया गया था. जिसमें चेताना व जागरूकता के साथ सामूहिक प्रयास व कार्य किए जाए जिससे आमजन के जीवन को बचाया जा सके. बैठक में उन्होंने एजेंडेवार सभी बिंदुओं पर चर्चा की व अवैध कट्स और पुलियाओं आदि की जानकारी ली व आवश्यक निर्देश दिए थे. उसी निर्देशो की पालना में इस तरह की पहल की जा रही है जो निरंतर जारी है.