Garbage Dumped In Khalini Forest Along With Forest Department Building No Dustbin Nearby – Amar Ujala Hindi News Live


शिमला के खलीनी में वन विभाग के दफ्तर के समीप लगे कूड़े के ढेर।
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
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गत सप्ताह पर्यावरण दिवस के दिन शहर के कई इलाकों में एक दिन सफाई अभियान तो चलाया गया, लेकिन शहर के कई इलाकों में अभी भी लगातार कूड़े के ढेर लगे हैं। खलीनी में वन विभाग के भवन के साथ ही कूड़े का ढेर लगा हुआ है।
जंगलों में फेंका जा रहा कूड़ा
खलीनी में रहने वाले अंकेश डोगरा ने बताया कि वन विभाग के भवन से थोड़ी ही दूर पार्क तो बनाया गया है, लेकिन वहां कूड़ेदान नहीं है। लोग जंगल में कूड़ा फेंक रहे हैं। अगर वन विभाग कार्यालय के पास ही जंगल में खुलेआम कूड़ा फेंका जा रहा है तो शहर के अन्य इलाकों के जंगलों में प्रदूषण फैलने पर रोक कैसे लग सकती है। हालत यह है कि शहर के अंदर रिहायशी इलाकों से लेकर आसपास के जंगल कूड़े से भरे पड़े हैं। सब्जी मंडी में दुकानों के पीछे कूड़े के लगे हैं। न्यू शिमला में जंगलों में कूड़ा फेंका जा रहा है। संजौली के पास इंद्रनगर अवैध डंपिंग यार्ड में तब्दील हो गया है।
प्रशासन शहर को टूरिस्ट हब और मॉडल टाउन बनाने की बात करता है, लेकिन शहर के कई इलाकों में सालों से कूड़ा पड़ा है जिसे साफ नहीं किया जा रहा है। समरहिल के सांगटी में पहाड़ कूड़े से भरे पड़े हैं। शहर के हीरानगर और टुटू के बीच का इलाका पूरी तरह से कूड़े से भरा हुआ है। प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी ललित ठाकुर ने बताया कि कई बार हीरानगर के पास पंचायतों को नोटिस दिया गया है। पंचायतों के पास इतने संसाधन नहीं है कि इलाके में नजर रखी जा सके कि कौन कूड़ा फेंक रहा है।
भट्ठाकुफर के पास भी सड़क के किनारे का इलाका अवैध डंपिंग यार्ड में तबदील हो गया है। रोज इलाके में टनों के हिसाब से कूड़ा फेंका जा रहा है। स्थानीय निवासी रमेश, शिवम और अजय ने बताया कि खुलेआम कूड़ा फेंका जा रहा है जिससे आसपास का पूरा इलाका बदबू से भर गया है। यही हाल संजौली के इंद्रनगर, मल्याणा, तारादेवी और लिफ्ट के नाले का भी है। पर्यावरण दिवस पर शहर के कई इलाकों से करीब 1.5 टन कूडा उठाया गया।