केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा लगाए गए आरोपों को लेकर जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि संसद का हर सत्र चाहे वह मानसून सत्र हो या अन्य निर्वाचित प्रतिनिधियों को सवाल पूछने और विचार रखने का मंच देता है। शेखावत ने कहा, “हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था में इसके लिए उचित तंत्र है। हमारे पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है। हम हर सवाल और हर चिंता का जवाब देने को तैयार हैं।”
‘प्रधानमंत्री जब बोलते हैं तो भी सवाल, न बोलें तो भी सवाल’
केंद्रीय मंत्री ने कांग्रेस नेताओं की टिप्पणियों पर तंज कसते हुए कहा कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बोलते हैं तो कांग्रेस कहती है कि वह बहुत बोलते हैं, और जब वह चुप रहते हैं, तो उनकी चुप्पी पर सवाल उठाए जाते हैं। उन्होंने कहा, “पिछले तीन दिनों में प्रधानमंत्री मोदी ने देश की वर्तमान स्थिति, ऑपरेशन सिंदूर और कई अहम मुद्दों पर विस्तार से बात की है। संसद सत्र जल्द शुरू होगा, तब और भी चर्चा का अवसर मिलेगा।”
‘संसद का विशेष सत्र बुलाया जाए’
शनिवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ऑपरेशन सिंदूर और सीडीएस जनरल अनिल चौहान के हालिया इंटरव्यू को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। खड़गे ने आरोप लगाया कि सरकार देश को भ्रमित कर रही है और प्रधानमंत्री मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयानों पर सफाई देने की बजाय चुनावी प्रचार में व्यस्त हैं।
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उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के सिंगापुर में दिए गए इंटरव्यू के बाद कुछ अहम सवाल उठते हैं। इन सवालों के जवाब तभी मिल सकते हैं जब संसद का विशेष सत्र तुरंत बुलाया जाए।”
‘सरकार कर रही है गुमराह’
मल्लिकार्जुन खड़गे ने आगे कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हमारी वायुसेना के पायलटों ने जान की बाज़ी लगाकर लड़ाई लड़ी। उन्होंने सीडीएस के बयान का हवाला देते हुए कहा कि “हमने गलती को सुधारा और दो दिन बाद फिर से मिशन को अंजाम दिया।” कांग्रेस अध्यक्ष ने मांग की कि कारगिल समीक्षा समिति की तर्ज पर रक्षा तैयारियों की स्वतंत्र समीक्षा होनी चाहिए। उन्होंने कहा, “हमारे जवानों की वीरता को सलाम, लेकिन इसकी आड़ में राजनीतिक लाभ उठाना ठीक नहीं। अब समय है कि रणनीतिक स्तर पर एक स्वतंत्र विशेषज्ञ समिति इस पूरे प्रकरण और रक्षा तैयारियों की गहराई से जांच करे।”