Published On: Wed, Jul 10th, 2024

Exclusive: ‘सबको बहन मानते हैं, नहीं नाचती गोपियां’, हाथरस कांड के बाद पहली बार कैमरे के सामने सूरजपाल बाबा के ससुराल वाले


नई दिल्ली/हाथरस: हाथरस में सत्संग में हुई भगदड़ में हुई मौतों के बाद सूरजपाल बाबा के ससुराल वाले न्यूज़ 18 इंडिया के कैमरे पर पहली बार इस बाबत कुछ बोले. उनका कहना है कि हाथरस हादसे में बाबा का कोई कसूर नही था. अब तक ससुराल पक्ष ने चुप्पी साधी थी. मंच पर बैठने वालीं माताश्री के भाई मेवाराम ने कहा कि जब दुनिया चमत्कार को मानती है तो हम उन्हें कैसे नकार सकते हैं.

ससुराल पक्ष का कहना है कि बाबा की कोई संतान नहीं थी इसलिए उन्होंने मेरी बड़ी बेटी को गोद लिया था जिसकी पढ़ाई के दौरान बीमारी से मौत हो गई थी उसके बाद बाबा ने सब चीजों से संन्यास ले लिया था. बाबा सूरजपाल के सत्संगों में हमेशा उनके मंच को एक महिला साझा करती हैं जिन्हें संगत में आए लोग उन्हें माताश्री से सम्बोधित करते हैं. माताश्री जिन्हें बाबा निराकार के बगल में बैठा देखा जाता है लेकिन वह कभी एक शब्द भी नहीं बोलती हैं.

80 साल के मेवाराम ने बताईं बाबा से जुड़ी बातें….

हमारी टीम एटा जिले के गुहटिया इलाके में पहुंची तो पाया कि कासगंज में बाबा सूरजपाल के आश्रम से उनके ससुराल की दूरी तकरीबन 25 किमी के आसपास है. ये इलाका बाबा के बहादुरनगर से बिलकुल अलग था. बाबा के साले 80 साल के मेवाराम हमें आम के बड़े बगीचे में बैठे नजर आए. उनका अधिकतर समय इन दिनों उनके बगीचे में ही बीतता है. उन्होंने कहा कि अब यही हमारा घर है इसलिए हम यहीं पर बैठे हैं. फिर हमने भी उनसे वहीं पर बातचीत करनी शुरू कर दी.

मेवाराम बाबा सूरजपाल की पत्नी प्रेमवती के बड़े भाई हैं जिन्होंने बाबा और प्रेमवती की शादी कराई थी. उन्होंने नाराजगी जताते हुए दावा किया कि जो मीडिया दिख रहा है वह सच नहीं है. बाबा जी यहां पर कई सालों से नहीं आए हैं. यहां पर उनकी कोई जमीन नहीं है ना ही उनका कोई सेवादार यहां पर आता है. मेवाराम ने हमें बताया कि प्रेमवती छठी क्लास तक पड़ी है और वह लोग काम पर जाते हैं. बाबा के चमत्कार को लेकर उनका कहना था, उनके जल से फायदा होता है, लोग लेकर जाते हैं, उसे पीते हैं इसलिए लोग उनके वहां आते हैं.

वह कहते हैं कि जब चमत्कार ही नहीं होता तो इतनी भीड़ उनके वहां कैसे हो सकती थी. हमने कोई शक्ति नहीं देखी ना ही वह किसी को दिखाते हैं…उनकी बहन प्रेमवती मंच पर बैठी है वह बोलती नहीं है कुछ सालों से उनका स्वास्थ्य खराब है. दोनों का स्वास्थ्य खराब चल रहा है. बाबा जी को शुगर और बीपी है… उनकी कोई दूसरी शादी नहीं है और ये बातें बिल्कुल झूठ है. यह गलत बात है कि उनके चारों ओर गोपियां नाचती थीं. न ही वह कृष्ण कन्हैया बनते थे… वह हर किसी को बहन मानते हैं.

मेवाराम ने कहा कि हाथरस हादसे को लेकर हम कैसे कह दें कि किसने किया… बाबा जी के गलत दोस्त हैं… बाबा जी तो 35 मिनट पहले वहां से निकल गए थे… हमें बताया गया था ऐसा केवल, हम वहां सत्संग में नहीं थे. वह जोर देते हैं कि बाबाजी कसूरवार नहीं हैं, उनका कोई कसूर नहीं है. देखिए जांच में क्या आया है वह तो सब पता चल जाएगा… कई लोग सस्पेंड हो चुके हैं… आसपास के कई गांव वाले उनके सत्संग में भी जाते हैं…. कई लोग मानते हैं उन्हें. मेवाराम ने बताया कि उनके सेवादार हमारी फसलों को काटने के लिए बिल्कुल नहीं आते हैं, यह सब अफवाह है, कोई यहां पर नहीं आता है हमें आगे भी मौका मिलेगा तो हम सत्संग में जाएंगे जब हमें समय मिलता हम जाते हैं.

मृत को जिन्दा करने की कोशिश पर क्या बोले….

बाबा सूरजपाल पर आरोप लगे हैं कि उन्होंने अपने साले की बेटी के मृत शरीर को घर के अंदर रखकर जीवित करने का दावा किया था. इन दावों पर जब हमने मेवाराम से पूछा तो उन्होंने दावा किया कि देखिए वह बीमारी से मरी थी उसके मरने के बाद उन्होंने संन्यास ले लिया था. मेरी सबसे बड़ी बेटी थी जो उन्होंने गोद ली थी. वह बाबा जी के साथ शाहगंज आगरा में ही रहती थी. बाबा की पोस्टिंग भी आगरा में थी. उनके कोई संतान नहीं थी. BA कर रही थी वह जब उसकी बीमारी से मौत हो गई थी तभी से उन्होंने सन्यास ले लिया. हालांकि मृत शरीर शाहगंज में था… विपक्ष वालों ने अफवाह उड़ाई थी ये बात. जब तक कुछ लोग थे जिन्हें आना था, जब तक वे लोग नहीं आ पाते हैं तब तक रखे रहना दाह संस्कार मत करना मगर दुनिया ने अफवाह उड़ा दी. विपक्ष ने कहा केस दर्ज हुआ लेकिन ऐसा कोई मामला दर्ज नहीं हुआ था.

Tags: Hathras Case, Hathras news, Yogi adityanath

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