Dausa News: Vipra Goyal’s Village-to-village Awareness Campaign – Dausa News – Dausa News:विप्र गोयल का अवेयरनेस अभियान, बोले
विप्र का कहना है कि चुनी हुई सरकारों के पास इतना पर्याप्त बजट होता है कि एक पुख्ता कार्यनीति के तहत कार्य किए जाएं तो 4 से 5 वर्षों के कार्यकाल के अंदर ही राजस्थान राज्य के हर परिवार के लिए घरेलू और खेती-पशुओं में पानी की समुचित व पुख्ता व्यवस्था हो सकती है। घर-घर और खेत-खेत पर सोलर पैनलों व सोलर पम्पसेटों की व्यवस्था हो सकती है। हर खेत पर कोई न कोई एक व्यापारिक फसल उपजाने से लेकर उनकी देख-रेख, कटाई, ट्रांसपोर्टेशन और उत्तम दामों में बिक्री की व्यवस्था हो सकती है।
हर परिवार के हर उस युवक-युवति वयस्क को रोजगार, नौकरी मुनासिब हो सकती है जो काम/नौकरी की तलाश में भटक रहा है। विप्र ने कहा कि चुनी हुई सरकारें क्यूं कर उक्त कार्यों के लिए उदासीन हो जाती हैं? क्या चुने हुए नेता जनता को गरीब, बेबस रखते हुए ही अपने राजनीतिक अस्तित्व को कायम रखना चाहते हैं।
जातिगत राजनीति क्यूं
इधर, विप्र का कहना है कि प्रजातंत्र का अर्थ है जनता को जागरूक करते हुए उसी को साथ लेते हुए उसके समग्र विकास के लिए एक पुख्ता कार्यनीति से कार्य करना। लेकिन अब आम से लेकर सभी प्रकार की जनता के पास मैं आ रहा हूं। मैं उनको साथ लेते हुए पानी, बिजली, रोजगार से सम्बंधित सभी कार्य निश्चित समयान्तर्गत करने की एक पुख्ता नीति रखता हूं। बस अब जनता का रुख देखना है कि वह अपने विकास के पथ पर चलती है या फिर अपने भाग्य व भगवान को कोसते हुए उन्हीं नेताओं के भ्रमजाल में फंसी रहना स्वीकार करती है। विप्र गोयल का कहना है कि हम सभी जाति के लोग किसानी करते हैं। सभी जाति के लोग दुकानदारी भी करते हैं। सभी जाति के लोग विभिन्न सेवाओं में हैं। तो फिर चुनाव के समय यह जातिगत राजनीति क्यूं?