Dausa Chief Minister Order Also Went In Vain 5 Kw Electricity Connection Could Not Be Provided After 10 Months – Amar Ujala Hindi News Live
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![गजब है: यहां मुख्यमंत्री के आदेश भी हुए हवा-हवाई, 10 महीने बाद भी नहीं मिल पाया 5 किलोवाट का विद्युत कनेक्शन Dausa Chief Minister order also went in vain 5 KW electricity connection could not be provided after 10 months](https://staticimg.amarujala.com/assets/images/2024/06/06/rajasthan_0450a59934c80acff975871c4dc9317f.jpeg?w=414&dpr=1.0)
महिला और उसका बेटा
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
राजस्थान में भजनलाल सरकार ने हाल ही में कुछ दिनों पहले राज्य में बिजली और पानी की उपलब्धता और सप्लाई सुनिश्चित करने के लिए कड़ाई से आदेश जारी किए थे। लेकिन वह आदेश दौसा जिले में बेअसर होते नजर आ रहे हैं। मामला भ्रष्टाचार का हो या नजरअंदाज का, लेकिन 10 महीने से बुजुर्ग विमला देवी को पांच किलोवाट तक का NDS विद्युत कनेक्शन नहीं दिया गया।
मामला दौसा शहर के जयपुर-आगरा हाइवे बाइपास का है। जहां विमला देवी नामक महिला ने बिजली विभाग को पांच किलोवाट का NDS विद्युत कनेक्शन की दरख्वास्त 10 महीने पहले दी थी। दरख्वास्त की एवज में जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड ने विमला देवी को तीन महीने पहले डिमांड नोटिस जारी कर 26,166 रुपये की राशि भी जमा करवा ली। लेकिन उसे अपनी दुकान के लिए NDS बिजली कनेक्शन आज तक भी नहीं दिया गया। मजे की बात यह है कि विमला देवी का यह कनेक्शन थ्री फेस में पांच किलोवाट का होना था। जो बिजली विभाग के लिए छोटा सा विद्युत कनेक्शन है, जिसके लिए विमला देवी आज तक भी बिजली विभाग के चक्कर लगा रही है।
इस सारे मामले में समझने की बात यह है कि विमला देवी को पांच किलोवाट NDS विद्युत कनेक्शन के लिए चक्कर काटते 10 महीने हो गए। उधर, विभाग ने दूसरे को कॉमर्शियल कनेक्शन राजेश मोटर्स के नाम कुछ ही दिनों में जारी करके उसके यहां नया ट्रांसफार्मर रख दिया, जिसके चलते कानून की सारी पाबंदी हटाते हुए मनमर्जी के चलते कनेक्शन बांटे जा रहे हैं, जिनमें भ्रष्टाचार की बु भी आ रही है।
अब इस सारे मामले में जब जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के SE बीएल मीणा से बात की गई तो साहब का जवाब आया कि हमारे यहां प्रत्येक कनेक्शन प्रायोरिटी के हिसाब से होता है, जिसके चलते पहले आओ पहले पाओ वाली स्थिति होती है। न किसी को जल्दी मिल सकता है और न लेट। जैसे-जैसे बिजली कनेक्शन के लिए लोगों की दरख्वास्तें आती हैं, बिल्कुल हम उसी तरह कनेक्शन देते हैं और बुजुर्ग विमला देवी के मामले में SE इंजीनियर बीएल मीणा का कहना है कि उनके यहां ट्रांसफार्मर में जगह नहीं होगी। इसलिए शायद कनेक्शन नहीं हो पाया हो। लेकिन मार्च 2024 तक के हमारे कोई भी कनेक्शन की पेंडेंसी नहीं हैं।
अब इसे विभाग का गड़बड़ झाला कहें या भ्रष्टाचार मामला, जो भी हो। लेकिन विमला देवी पिछले 10 महीने से लगातार जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड से मात्र पांच किलोवाट तक का कनेक्शन मांग रही हैं, जिसे विभाग आज तक भी उसे दे नहीं सका और बड़ी बात यह है कि राजेश मोटर्स की दरख्वास्त लगने के कुछ दिनों में ही नया ट्रांसफार्मर रखकर कनेक्शन देना कितना न्यायोचित है। इस बात की जांच विभाग के उच्च अधिकारी करें तो शायद भ्रष्टाचार की कलई खुल जाए और दूध का दूध और पानी का पानी हो। इस सारे मामले में बड़ी बात यह है कि मुख्यमंत्री के आदेशों को भी दरकिनार करते हुए दौसा बिजली महकमे के ये अधिकारी और कर्मचारी बिना किसी कार्रवाई के डर के निडर होकर मनमानी करते नजर आ रहे हैं।