Published On: Fri, Oct 18th, 2024

Cryptocurrency Fraud: Visa Of The Main Accused Will Expire This Month – Amar Ujala Hindi News Live


अमर उजाला ब्यूरो, शिमला
Published by: Krishan Singh

Updated Fri, 18 Oct 2024 09:53 AM IST

2500 करोड़ रुपये के क्रिप्टोकरेंसी ठगी मामले का मास्टरमाइंड सुभाष का दुबई वीजा इस महीने के अंत तक खत्म हो जाएगा। 

Cryptocurrency fraud: Visa of the main accused will expire this month

क्रिप्टोकरेंसी ठगी
– फोटो : अमर उजाला नेटवर्क

Trending Videos



विस्तार


करीब 2500 करोड़ रुपये के क्रिप्टोकरेंसी ठगी मामले का मास्टरमाइंड सुभाष का दुबई वीजा इस महीने के अंत तक खत्म हो जाएगा। ऐसे में पुलिस एसआईटी ने केंद्रीय एजेंसी और विदेश मंत्रालय से पत्राचार कर वीजा अवधि न बढ़ने को लेकर सहयोग मांगा है।  इससे पहले जुलाई में आरोपी की वीजा अवधि बढ़ी थी। एसआईटी के मुताबिक मुख्य आरोपी को स्वदेश लाया जाना है। आरोपी से पूछताछ के बाद ही ठगी मामले की पूरी तस्वीर साफ होगी। 20 अरब के इस घोटाले में अब तक पुलिस एसआईटी ने 89 लोगों के खिलाफ पांच चार्जशीट दायर की है। 

Trending Videos

उल्लेखनीय है कि क्रिप्टोकरेंसी ठगी मामले में कोलकाता में पकड़ा गया आरोपी मिलन गर्ग भी दुबई में छिपा था। वीजा जैसे ही खत्म हुआ। यह दुबई से कोलकाता पहुंचा। वहां एसआईटी ने इसे दबोच लिया। वह मुख्य आरोपी सुभाष का आईटी से संबंधित पूरा कामकाज देखता था। यह आरोपी भी कई लोगों को करोड़ों का चूना लगा चुका है। इस घोटाले में अब तक 40 आरोपियों की करीब 35 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्ति जब्त की जा चुकी है। इनमें आरोपी सुभाष, हेमराज, अभिषेक और सुखदेव और अन्य एजेंट शामिल हैं।

हिमाचल में वर्ष 2018 से चला है ठगी का खेल  

 एसआईटी की मानें तो ठगी का यह खेल साल 2018 से चल रहा था। शुरुआत में आरोपियों ने कई लोगों को निवेश के 11 महीने के बाद पैसे डबल करके भी दिए। इसके बाद जब अन्य लोगों को तीन साल बाद पैसे नहीं मिले तो पीड़ित पुलिस में शिकायतें करने लगे। आरोपियों से पूछताछ जारी है। कई एजेंटों ने गिरफ्तारी के डर से लोगों को पैसा लौटाना भी शुरू कर दिया है। 

.



Source link

About the Author

-

Leave a comment

XHTML: You can use these html tags: <a href="" title=""> <abbr title=""> <acronym title=""> <b> <blockquote cite=""> <cite> <code> <del datetime=""> <em> <i> <q cite=""> <s> <strike> <strong>