Cloudburst In Himachal Most People Remained Asleep Terrible Flood Did Not Give Them A Chance To Escape – Amar Ujala Hindi News Live


समेज खड्ड में आई बाढ़ में लापता हुए परिजन और रिश्तेदार एक दूसरे को सांत्वना देते हुए।
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
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रामपुर उपमंडल के अंतर्गत सरपारा पंचायत और निरमंड खंड सीमा पर स्थित समेज गांव में बुधवार देर रात बादल फटने की घटना ने पूरे प्रदेश के लोगों को हिलाकर रखा दिया है। समेज गांव में यहां चारों तरफ मलबा और पत्थर ही दिख रहे हैं। समेज में सभी लोग देर रात खाना खाने के बाद सो गए। अचानक 12:30 बजे श्रीखंड पीक पर बादल फटने से समेज खड्ड ने ऐसा तांडव मचाया कि इस बाढ़ में 36 लोग खड्ड में बह गए। भयंकर बाढ़ ने बचने का मौका भी नहीं दिया। बाढ़ में बहे लोगों में 22 स्थानीय, चार प्रवासी और सात प्रोजेक्ट कर्मी शामिल हैं।
बाढ़ की आवाज कुछ लोगों ने सुनी और उन्होंने भागकर अपनी जान बचा ली। सुबह सूचना मिलते ही समेज क्षेत्र के आसपास लोग वहां पर पहुंचे और परिजन रोते-बिलखते अपनों की तलाश करने लगे, लेकिन उनका कोई पता नहीं चल पाया। रामपुर से एसडीएम निशांत तोमर, डीएसपी नरेश शर्मा सहित रेस्क्यू टीम पहुंची। इसके बाद सुबह 10 बजे शिमला से उपायुक्त अनुपम कश्यप और एसपी संजय गांधी पहुंचे। उन्होंने प्रभावित लोगों से बात की। इस दौरान अपनों की तलाश में कई लोगों के आंखों में आंसू बह रहे थे। उन्हें लग रहा था कि जो लापता हैं, शायद मिल जाएं, लेकिन दिनभर तलाश करने के बाद भी लापता लोगों का कोई सुराग नहीं लगा। इस घटना में एक परिवार के सभी सदस्य लापता हो गए है। उपायुक्त अनुपम कश्यप ने कहा कि राहत कार्य तुरंत आरंभ कर दिया है। आईटीबीपी, स्पेशल होमगार्ड की टुकड़ी भी रेस्क्यू दल में शामिल है। उधर, सरपारा पंचायत के प्रधान मोहन कपाटिया ने बताया कि समेज में बाढ़ आने से सरपारा पंचायत के लोगों के 26 मकान बह गए हैं। उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग की है कि प्रभावित लोगों को जल्द राहत दी जाए।