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घटना के बाद लगी भीड़। – फोटो : अमर उजाला
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आईपीएस प्रमोद कुमार मंडल के पूर्णिया पुलिस उप महानिरीक्षक (DIG) पदभार ग्रहण करते ही अपराधियों के खिलाफ एक्शन लेना शुरू कर दिया है। पूर्णिया पुलिस ने सीमांचल सहित बिहार और पश्चिम बंगाल के मोस्टवांटेड डकैत सुशील मोची को मुठभेड़ के दौरान मार गिराया। सुशील मोची डकैती समेत कई कांडों में मुख्य आरोपी था। यह घटना बायसी थाना क्षेत्र के ताराबाड़ी में हुई है। मारे गए अपराधी पुलिस इनाम रखा था।
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अपराधियों ने फायरिंग शुरू कर दी
बायसी एसडीपीओ आदित्य कुमार ने बताया कि बताया बौसी थाना क्षेत्र के ताराबाड़ी गांव में गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस टीम एसटीएफ की मदद से करने के लिए गई थी। इसी दौरान पुलिस परा अपराधियों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई के दौरान कुख्यात अपराधी सुशील मोची को गोली लग गई। इसमें उसकी मौत हो गई है। मौत के बाद घटनास्थल के आसपास को सील कर दिया गया है और लाश को कब्जे में लेकर मामले की जांच पड़ताल की जा रही है।
एक बड़ी घटना की अंजाम देने वाला था
बता कि कटिहार जेल में बंद होने के बाद भी सोना लूटकांड के मुख्य आरोपी सुशील मोची ने अमौर थानाक्षेत्र के खाड़ी महीनगांव के मुखिया साबिर आलम के घर हुई डकैती कांड में साजिश रची थी। पुलिस ने डकैती में शामिल अमौर के असद मदनी व जेल में बंद अपराधी सुशील मोची की पत्नी पूनम देवी को डकैती में लूटी गई राशि व अन्य सामानों के साथ गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। बताया जाता है कि सुशील मोची कुछ माह पहले ही जेल से बाहर निकला था। जेल से बाहर निकलते ही कुख्यात डकैत सुशील मोची पूर्णिया जिले में एक बड़ी घटना की अंजाम देने वाला था। इसी दौरान पुलिस पहुंच गई। पुलिस के पहुंचते ही वह गोलीबारी करने लगा लेकिन जवाबी कार्रवाई में पूर्णिया पुलिस ने उसे मार गिराया। पुलिस ने बताया कि सुशील मोची पूर्णिया जिले के अनगढ़ थाना क्षेत्र का रहने वाला है। उस पर दो लाख का इनाम रखा गया था। जिसमें पूर्णिया में जिले एक लाख और कटिहार और किशनगंज में 50-50 हजार का इनाम रखा गया है।