Bihar News: सरकारी अस्पताल के स्वास्थ्य प्रबंधक का ‘जाम’ संग वायरल वीडियो पर विवाद, उपाधीक्षक ने कह दी यह बात
स्वास्थ्य प्रबंधक ने सफाई दी कि वीडियो में दिख रहा चेहरा उनका नहीं है
– फोटो : अमर उजाला
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सुपौल में वीरपुर के ललित नारायण अनुमंडलीय अस्पताल के स्वास्थ्य प्रबंधक का एक वीडियो वायरल होने के बाद विवादों ने तूल पकड़ लिया है। वायरल वीडियो में कांच के चार गिलास और चार प्लेटों में नॉनवेज खाना परोसा दिखाई दे रहा है। इस वीडियो को लेकर दावा किया जा रहा है कि यह 30 अक्तूबर की रात का है। उस समय अस्पताल में सड़क हादसे में घायल युवक का इलाज हो रहा था। इस हादसे में युवक की मृत्यु के बाद अस्पताल में जमकर हंगामा हुआ था। उस समय स्वास्थ्य प्रबंधक अविनाश कुमार और उपाधीक्षक डॉ. शैलेंद्र दीपक पर शराब पार्टी करने का आरोप लगा था। हालांकि उपाधीक्षक ने इन आरोपों को राजनीतिक साजिश बताते हुए खारिज किया था।
‘मृतक के परिजनों ने ही बनाया था वीडियो’
वीडियो को लेकर वीरपुर नगर पंचायत के पूर्व मुख्य पार्षद तनवीर आलम ने अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने दावा किया कि मृतक मो. अरबाज आलम के परिजनों ने ही यह वीडियो बनाया था और उसे दिखाया भी था। उनका कहना है कि वीडियो से यह लगता है कि अस्पताल के कुछ कर्मी परिसर में ही अक्सर शराब पार्टी करते हैं। उन्होंने पुलिस से मामले की गंभीर जांच कर कार्रवाई की मांग की है।
‘वीडियो एडिटेड होने की संभावना’
वायरल वीडियो पर उपाधीक्षक डॉ. शैलेंद्र दीपक ने अपनी प्रतिक्रिया दी है और वीडियो की सत्यता पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि वीडियो में स्वास्थ्य प्रबंधक का चेहरा एडिट कर लगाया गया हो सकता है और गिलास में शराब की जगह कोल्ड ड्रिंक हो सकती है। उन्होंने तर्क दिया कि अगर वीडियो में चार प्लेटें दिखाई दे रही हैं, तो केवल एक ही व्यक्ति का चेहरा क्यों नजर आ रहा है, बाकी लोग कहां हैं? इसके अलावा, डॉ. दीपक ने कहा कि 30 अक्तूबर की रात स्वास्थ्य प्रबंधक अस्पताल में मौजूद नहीं थे।
‘वीडियो में मेरा चेहरा नहीं’
वीरपुर अनुमंडलीय अस्पताल के स्वास्थ्य प्रबंधक अविनाश कुमार ने भी इस मामले पर बयान जारी किया है। उन्होंने कहा कि वीडियो में दिख रहा व्यक्ति वह नहीं हैं। उन्हें बदनाम करने के लिए उनके नाम से वीडियो वायरल किया जा रहा है। उनके अनुसार, वीडियो की सच्चाई जांच में स्पष्ट हो जाएगी और 30 अक्तूबर की रात करीब 7:45 बजे वह जिला मुख्यालय से वीरपुर लौटे थे।
प्रशासन द्वारा जांच के आदेश
वायरल वीडियो और आरोपों की गूंज के बाद, अस्पताल प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के आदेश दिए हैं। उपाधीक्षक ने कहा है कि अगर वीडियो जांच में सही पाया जाता है तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी। वहीं, स्थानीय पुलिस भी मामले की पड़ताल में जुटी हुई है।