Bihar News: वाल्मीकिनगर का जल्द कराया जाएगा सर्वांगीण विकास, पर्यटकों को और मिलेगी सुविधा


पुजारी और श्रद्धालुओं से बात करते जिलाधिकारी दिनेश कुमार राय
– फोटो : अमर उजाला
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ऐतिहासिक, पौराणिक और धार्मिक स्थल के रूप में विश्वविख्यात वाल्मीकिनगर क्षेत्र का सर्वांगीण विकास शीघ्र कराया जाएगा। ताकि यहां आने वाले श्रद्धालुओं, पर्यटकों को बेहतर से बेहतरीन सुविधाएं मिल सकें। इससे इस क्षेत्र का चौमुखी विकास होगा और स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा। जिला प्रशासन द्वारा इसकी पहल शुरू कर दी गई है। शीघ्र ही यहां आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को सुखद अनुभूति मिलेगी होगी।
जारी निर्देश के अनुसार, पश्चिम चंपारण, बेतिया जिलाधिकारी दिनेश कुमार राय जिलास्तरीय पदाधिकारियों की टीम के साथ तीन अगस्त की शाम वाल्मीकिनगर पहुंचे और चार अगस्त की देर शाम तक विभिन्न स्थलों का निरीक्षण कर यह जानने का प्रयास किया कि कैसे इस स्थल को और अधिक विकसित किया जा सकता है। कैसे यहां श्रद्धालुओं के लिए बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकती हैं। कैसे इस क्षेत्र का समग्र विकास हो सकता है। कैसे यहां के लोगों का जीवनयापन बेहतर हो सकता है।
सूक्ष्मता से पधाधिकारियों ने लिया जायजा
जिलाधिकारी की टीम में शामिल अपर समाहर्ता राजीव कुमार सिंह, विभागीय जांच अपर समाहर्ता कुमार रवीन्द्र और बेतिया अनुमंडल पदाधिकारी विनोद कुमार ने वाल्मीकिनगर क्षेत्र का सूक्ष्मता से जायजा लिया। जिलाधिकारी के नेतृत्व में जिलास्तरीय पदाधिकारी का दल वाल्मीकिनगर क्षेत्र की विभिन्न जगहों का भ्रमण किया। यहां तक कि प्रसिद्ध जटाशंकर मंदिर तक भ्रमण कर स्थिति का जायजा लिया गया। सैकड़ों श्रद्धालुओं से बात की गई। जटाशंकर मंदिर आने-जाने में श्रद्धालुओं को क्या-क्या असुविधा हो रही है और इसका समाधान कैसे हो सकता है, की प्रतिक्रिया भी ली गई। स्थलीय निरीक्षण के दौरान माननीय जिला परिषद अध्यक्ष, निर्भय कुमार महतो भी मौजूद रहे।
श्रद्धालुओं को नहीं मिल पा रहीं बहुत सारी सुविधाएं
जिलाधिकारी दिनेश कुमार राय ने भ्रमण के दौरान बताया कि वाल्मीकिनगर ऐतिहासिक, पौराणिक और धार्मिक स्थल है। दूर-दूर से श्रद्धालु एवं पर्यटक यहां पहुंच रहे हैं। इन्हें बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने को लेकर वाल्मीकिनगर के विभिन्न स्थलों का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण में पाया गया कि यहां आने वाले श्रद्धालुओं को बहुत सारी सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। उन्होंने बताया कि यहां सरकारी/जिला परिषद की जमीन है, जो एनओसी के अभाव में, उचित रख-रखाव के अभाव में बेकार पड़ी हुई है। जिलास्तरीय टीम ने उक्त सभी स्थलों का मुआयना किया है। उन्होंने बताया कि स्थानीय प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी को निर्देश दिया गया है कि 7-10 दिनों के अंदर उक्त सारे जमीन को चिन्हित किया जाए ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके।
पेजयल से लेकर ठहरने और साफ-सफाई आदि व्यवस्थाएं होंगी सुदृढ़
जिलाधिकारी ने बताया कि वाल्मीकिनगर गोल चौक के पास के क्षेत्र का भी समुचित सौंदर्यीकरण कराया जाएगा। पेजयल, शौचालय, प्रकाश, ठहरने के लिए उचित व्यवस्था, साफ-सफाई आदि अन्य व्यवस्थाएं सुदृढ़ कराई जाएंगी। उन्होंने बताया कि स्थानीय पदाधिकारियों से मिले प्रतिवेदन के बाद पुनः जिलास्तरीय टीम वाल्मीकिनगर पहुंचकर स्थलीय जांच करेगी और सुविधाओं को बेहतर करने की संभावनाओं की तलाश करेगी। उन्होंने बताया कि इसी के अनुरूप प्राक्कलन तथा अन्य व्यवस्थाओं को अमली जामा पहनाया जाएगा। सरकार का ध्यान आकृष्ट करते हुए इसे अंतिम रूप दिया जाएगा।
‘सरकार वाल्मीकिनगर के समग्र विकास, सौंदर्यीकरण के लिए कृत संकल्पित है’
उन्होंने बताया कि सरकार वाल्मीकिनगर के समग्र विकास, सौंदर्यीकरण के लिए कृत संकल्पित है। इस कार्य में जिला प्रशासन हर संभव सहयोग करेगा। इस कार्य में स्थानीय सभी माननीय जनप्रतिनिधिगणों सांसद, विधायक, विधान पार्षद सहित जिला परिषद का सहयोग लिया जाएगा और स्थानीय लोगों से सुझाव भी लिया जाएगा। इसके साथ ही विभिन्न विभागों से समन्वय स्थापित पर इस कार्य को तीव्र गति से कराना सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र के विकास की शुरुआत प्रारम्भ कर दी गई है। साथ ही व्यापक योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए सरकार का ध्यान आकृष्ट कराने की कार्रवाई की जाएगी।
इस दौरान जिलाधिकारी ने वाल्मीकिनगर थाना का भी निरीक्षण किया और थानाध्यक्ष सहित अन्य पुलिस अधिकारियों को विधि-व्यवस्था संधारण के निमित आवश्यक दिशा-निर्देश दिया। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया कि नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र होने के कारण यहां के पुलिस अधिकारी सजग और सतर्क रहकर कार्य करें। अपराधियों और असामाजिक तत्वों के खिलाफ तत्क्षण निरोधात्मक कार्रवाई सुनिश्चित करें। आने-जाने वाले पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो, इसका ध्यान रखना है।