Bihar News: मछली काटने वाले हथियार से छह टुकड़ों में काट नहर में बहाया; पिता ने बेटी के साथ ऐसा क्यों किया?


इसी थाना क्षेत्र में पिता ने बेटी को छह टुकड़ों में काटा।
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बिहार में प्रेम प्रसंग में बेटी ने आत्महत्या कर ली तो पिता ने उसके शव को खपाने के लिए मछली काटने वाले तेज धार वाले हथियार से 6 टुकड़ों में काटकर बोरे में रखकर नहर में बहा दिया। पुलिस ने आरोपी पिता और घटना में शामिल एक अन्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस को मिली थी सिर कटी लाश
पुलिस को नहर में एक बोर में बंद सिर कटी लाश मिली। शव 6 टुकड़ों ने थी। शव की पहचान नहीं हो पा रही थी। शव का पोस्टमोर्टम हुआ और फिर अज्ञात शव का प्रशासन ने अंतिम संस्कार कर दिया। लेकिन पुलिस लगातार अपनी तफ्तीश में लगी हुई थी। पुलिस को अचानक एक दिन यह जानकारी मिली कि चनपटिया थाना क्षेत्र के चुहडी़ गांव निवासी विरेंद्र साह की 19 वर्षीय पुत्री सीता कुमारी और उसका भाई दोनों लापता हैं। पुलिस के लिए यह एक कमजोर कड़ी थी लेकिन फ़िलहाल पुलिस ने यहीं से पानी पड़ताल को आगे बढ़ाया और विरेंद्र साह को पूछताछ के लिए थाना ले आई। पुलिस ने इधर उधर के कुछ सवाल किये जो बिलकुल निशाने पर लगे। वीरेंदर साह ज्यादा देर तक पुलिस को बरगला नहीं पाया और फिर उसने जो कहानी सुनाई वह हैरान कर देने वाली थी।
बेटी गोलगप्पा बेचने वाले से करती थी प्यार
घटना के संबंध में एसडीपीओ ने बताया कि मृतका के पिता विरेंद्र से पूछताछ में उसने पुलिस को बताया कि वह अपनी बेटी की शादी तय कर दिया था। शादी नवंबर 2024 में होने वाली थी। लेकिन सीता उतर प्रदेश के एक युवक (23) से प्यार करती थी। युवक विरेन्द्र के भाई के घर में किराये पर रहकर चुहाड़ी बाजार में गोलगप्पा बेचता था।
परिजनों के समझाने के बाद भी सीता उसी से शादी करने की जिद्द कर रही थी। इसी बात को लेकर 22 जुलाई को घर वालों ने उसे डांट-फटकार लगाईं। जिसके बाद सीता घर में जाकर फंदे से लटकर आत्महत्या कर ली।
शव काटने वाले से साढ़े आठ हजार में किया था सौदा
एसडीपीओ ने बताया कि घटना के बाद शव को खपाने के लिए विरेन्द्र अपने गांव के प्रभु साह को गोरखपुर से बुलाया। प्रभु साह ने पुलिस को बताया कि शव को गांव से दक्षिण स्थित नहर पर ले जाकर मछली काटने वाले तेज धार वाले हथियार से शव को 6 टुकड़ों में काटा और फिर प्लास्टिक के बोरी में डालकर नहर में बहा दिया। इस काम में उसके अलावा विरेंद्र के घर के 6 से 7 लोग शामिल थे। शव को नहर में बहाने के बाद सभी लोग अपने-अपने घर चले गए। प्रभु साह गोरखपुर में रहकर फल बेचता है। पहले वह गांव में ही रहकर मछली का करोबार करता था। प्रभु साह ने पुलिस को बताया कि शव को खपाने के एवज में उसे 8 हजार 500 रूपए देने का वादा विरेंद्र ने किया था, जिसमें 500 रूपए एडवांस दिया था। बाकी रूपए एक सप्ताह के अंदर देने की बात कही गई थी। पुलिस ने आरोपी पिता और घटना में शामिल एक अन्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अन्य की गिरफ्तारी के लिए अब छापेमारी की जा रही है।