Bihar News: चलती ट्रेन में बुजुर्ग को पड़ा दिल का दौरा, टीटीई ने CPR देकर बचाई जान, यात्रियों ने की सराहना


बुजुर्ग को सीपीआर देते टीटीई।
– फोटो : अमर उजाला
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एक बार फिर चलती ट्रेन में एक बुजुर्ग के लिए भगवान बनकर आए टीटीई ने जान बचा ली। यात्रा के दौरान अचानक अचेत हुए बुजुर्ग की जान बचाने के लिए भारतीय रेल के टीटीई राजीव कुमार और मनमोहन ने पूरी जान लगा दी। चलती ट्रेन में बुजुर्ग को सीपीआर और माउथ-टू-माउथ ऑक्सीजन सपोर्ट देने की वजह से उनकी जान बच गई। रेलवे कर्मचारियों द्वारा बुजुर्ग यात्री के जीवन बचाने की यह घटना, जिसने भी सुनी उसने उनकी सराहना की है। बुजुर्ग यात्री ने रेलवे कर्मचारियों को हृदय से धन्यवाद दिया है।
टीटीई राजीव कुमार ने बताया कि हम लोग ट्रेन संख्या-15708 आम्रपाली एक्सप्रेस में टिकट चेकिंग करने के लिए सिवान स्टेशन से सवार हुए सवार होने के साथ ही अचानक से महिला के रोने चिल्लाने की आवाज आने लगी। नजदीक पहुंच कर देखा कि एक यात्री अचेत हो रहा है। स्थिति को देखते हुए हम लोगों ने सीपीआर और माउथ पंप देना शुरू कर दिया।
लगातार पांच मिनट सीपीआर और माउथ पंप दिए जाने के बाद स्थिति सामान्य होने लगी। हादसे की सूचना वाराणसी कंट्रोल को दी गई। उसके बाद छपरा जंक्शन पर मेडिकल टीम द्वारा यात्री को अटेंड किया गया। हालांकि यात्री जनरल कोच में अमृतसर से हाजीपुर जा रहा था।
मालूम हो कि अमृतसर से हाजीपुर जा रही आम्रपाली एक्सप्रेस (15708) के जनरल कोच में एक बुजुर्ग दंपती यात्रा कर रहे थे। अचानक 70 वर्षीय बुजुर्ग की तबीयत बिगड़ी और वाह अचेत हो गए। तभी उनकी पत्नी चिल्लाते हुए मदद की गुहार लगाने लगी। महिला को देख टीटीई राजीव कुमार और मनमोहन कुमार मौके पर पहुंचे। बुजुर्ग की स्थिति को देख बिना समय गवाएं, वह CPR और माउथ-टू-माउथ ऑक्सीजन सपोर्ट देना शुरू कर दिया।
लगभग पांच मिनट तक लगातार कोशिश करने के बाद यात्री की स्थिति में सुधार दिखना शुरू हो गया। जिसके बाद बुजुर्ग ने अपनी आंखें खोली और उठकर बैठ गए। उसके बाद कोच में मौजूद यात्रियों ने कहा कि टीटीई साहब भगवान का दूत बनकर आए हैं। ट्रेन के छपरा पहुंचने के बाद रेलवे के चिकित्सकों ने उनका इलाज किया और सदर अस्पताल रेफर कर दिया।