बिहार के सुपौल जिले की सीमा से सटे कोसी बराज क्षेत्र में गुरुवार को बड़ा हादसा हो गया। नेपाल सशस्त्र पुलिस बल के दो अनुभवी गोताखोर प्रशिक्षक कोसी नदी की तेज धारा में बह गए और अब तक लापता हैं। यह हादसा कोसी बराज के उत्तरी हिस्से में फाटक संख्या 55 और 56 के बीच उस समय हुआ जब वे एक प्रशिक्षार्थी को पानी के भीतर प्रशिक्षण दे रहे थे। दोनों प्रशिक्षकों की पहचान सुरज साउद और हरदेव राजवंशी के रूप में हुई है, जो नेपाल के झापा जिले के निवासी थे।
भंवर में फंसकर हुए लापता, रेस्क्यू में मुश्किलें
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, अभ्यास के दौरान दोनों प्रशिक्षक नदी में बने एक भंवर में फंस गए और तेज धार में बह गए। उनके पास ऑक्सीजन सिलेंडर मौजूद थे, लेकिन पानी की गति इतनी तेज थी कि प्रशिक्षार्थियों द्वारा तत्काल शुरू की गई खोज भी सफल नहीं हो सकी। तेज बहाव के कारण प्रशिक्षार्थियों को भी पीछे हटना पड़ा और अधिकारियों को तुरंत सूचना दी गई।
नेपाल से बुलाई गई विशेष रेस्क्यू टीम
घटना की गंभीरता को देखते हुए नेपाल के सप्तरी और सुनसरी जिलों से सशस्त्र पुलिस बल की विशेष गोताखोर टीमें मौके के लिए रवाना कर दी गई हैं। यह प्रशिक्षण मधेस प्रदेश की ‘विपद्जन्य उद्दार टिम’ द्वारा आयोजित किया गया था और इसका समापन शनिवार को प्रस्तावित था। नेपाल सशस्त्र पुलिस बल के डीआईजी कृष्ण ढकाल ने कहा कि घटना की सूचना मिल गई है और हम मौके पर पहुंचकर विस्तृत जानकारी साझा करेंगे।
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बराज के 45 गेट खोले गए
कोसी बराज स्थित कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार, डीएसपी के अनुरोध पर गोताखोरों की तलाश के लिए बराज के गेट नंबर 1 से 45 तक खोल दिए गए हैं, ताकि जलप्रवाह में बाधा न हो और तलाश अभियान तेज़ किया जा सके। चीफ इंजीनियर वरुण कुमार ने बताया कि अभ्यास के दौरान हादसा हुआ है और तलाशी अभियान युद्धस्तर पर जारी है।
आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण में हुआ हादसा
यह हादसा नेपाल और भारत के आपदा प्रबंधन के संयुक्त प्रयासों के अंतर्गत चल रहे प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान हुआ, जिसमें नेपाल सशस्त्र पुलिस बल के जवान भाग ले रहे थे। हादसे ने इस पूरे कार्यक्रम को झकझोर कर रख दिया है और हादसे के कारणों की जांच की जा रही है।