Bihar: सीमा पर अवैध रूप से पकड़ा गया बंग्लादेशी नागरिक, पहले भी कई बार आ चुका भारत; मलेशिया, नेपाल और…
पुलिस की गिरफ्त में आरोपी बांग्लादेशी नागरिक
– फोटो : अमर उजाला
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मोतीहारी के रक्सौल में गिरफ्तार हुए बांग्लादेशी नागरिक जीएम सोहाग का पुलिस पूछताछ के दौरान कोई आतंकी कनेक्शन नहीं मिला है। उक्त बांग्लादेशी फर्जी नाम मोहम्मद जावेद के आधार पर रक्सौल से बीरगंज जाने के प्रयास में था। यहां इमीग्रेशन द्वारा इसे पकड़ लिया गया, जिसे पूछताछ के लिए हरैया पुलिस को सौंपा गया। हरैया थाना अध्यक्ष अंजन कुमार द्वारा उक्त अवैध रूप से भारत में प्रवेश कर चुके बांग्लादेशी नागरिक से गहन पूछताछ की गई। इस दौरान बांग्लादेशी नागरिक जीएम सोहाग ने कई महत्वपूर्ण बातों का खुलासा किया है। उसने बताया कि यह उसकी पहली भारत यात्रा नहीं है। बल्कि वह इसके पहले कई बार भारत आ चुका है।
अवैध रूप से पकड़े गए बांग्लादेशी नागरिक ने बताया कि उसका इरादा भारत से किसी यूरोपीय कंट्री में जाने का था। इसका कारण है कि बांग्लादेश से यूरोपियन कंट्री में जाना बहुत मुश्किल काम है और यह काम भारत से बहुत ही आसान है। इसलिए उसने पश्चिम बंगाल के कोलकाता में कई दिनों तक रहकर अपना फर्जी आधार और पासपोर्ट के साथ पैन कार्ड भी बनवा चुका है।
पुलिस के समक्ष किए गए खुलासे में उसने साफ किया कि पहली बार वह भारतीय वीजा के आधार पर आया था। वह पहली बार वर्ष 2019 में वैध वीजा के आधार पर भारत आया था। वह अपने बहनोई का चेन्नई में इलाज कराने के लिए आया था। उसके बाद वह यहां की परिस्थितियों से अवगत हुआ और बिना वीजा के ही कई बार भारत में प्रवेश किया। उसके बाद वह कई और बांग्लादेशी नागरिकों को बुलाकर भारत के विभिन्न अस्पतालों में इलाज भी करा चुका है। इस काम में उसको भारी आमदनी होती थी। उसकी कई महत्वपूर्ण भारतीय अस्पतालों में जान पहचान बन चुकी थी।
पुलिस पूछताछ में बांग्लादेशी नागरिक जीएम सोहाग ने बताया कि वह भारत में रहकर उन सभी देशों का भ्रमण कर चुका है जहां भारत से जाने के लिए वीजा की आवश्यकता नहीं होती है। यानी वह भारत से नेपाल, भूटान और मलेशिया जैसे देशों का भ्रमण कर चुका है। वहां भारत से जाने के लिए वीजा की कोई जरूरत नहीं होती है। गौरतलब है कि इस बांग्लादेशी नागरिक के पास कई महत्वपूर्ण भारतीय दस्तावेज तैयार हो चुके हैं और उसने यह काम कोलकाता में रहकर कराया। इसके बाद वह बांग्लादेश से भारत आकर बेधड़क रहता था और यहां रहकर बांग्लादेशी नागरिकों को भारत में बुलाकर अस्पतालों में इलाज कराता था। इससे इसको अच्छी आमदनी होती थी।
बताया जा रहा है कि यह रक्सौल में सुरक्षा एजेंसियों की पकड़ में तब आया, जब उसके पास बांग्लादेशी पासपोर्ट की कॉपी को देख लिया गया। उसमें लगे फोटो भारतीय पासपोर्ट में लगे फोटो के समान था। हरैया थाना अध्यक्ष अंजन कुमार ने उक्त बांग्लादेशी नागरिक से गहनता से पूछताछ की है। पूछताछ के बाद उसको न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।