Bihar: शिक्षा विभाग के अधिकारी के सामने बच्चों ने खोल दी मध्याह्न भोजन की पोल, कीड़े वाला खाना खिलाने का आरोप


मिड डे मील में कीड़े वाला खाना दिए जाने का लगा आरोप
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मोतिहारी में ग्रामीणों की शिकायत पर शिक्षा विभाग पटना की ओर से मामले की जांच करने एमडीएम की टीम पहुंची। जहां एमडीएम टीम के सामने ही प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी महोदया की पोल खुल गई। दरअसल, रक्सौल प्रखंड के परसौना तपसी के उत्क्रमित मध्य विद्यालय जयंत टोला में पीएम पोषण योजना के तहत विद्यार्थियों को कीड़े वाला भोजन दिए जाने से ग्रामीण नाराज थे।
इसे लेकर ग्रामीणों ने स्थानीय अधिकारियों को जब शिकायत की तो सुनवाई नहीं हुई। उसके बाद ग्रामीणों ने शिक्षा विभाग पटना को ऑनलाइन शिकायत कर दी। उक्त शिकायत पर जांच अधिकारी आए तो इनके आने की भनक लगते ही एमडीएम प्रभारी और प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी दोनों ही पहुंच गए। जांच अधिकारी के सामने ही विद्यालय के बच्चों और अभिभावकों ने शिक्षा व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी।
एमडीएम जांच टीम को लोगों ने बताया कि इस विद्यालय में पीएम पोषण योजना लूट खसोट का शिकार है। प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, एमडीएम प्रभारी और एचएम की मिलीभगत है। विद्यार्थियों को भोजन खिलाने के नाम पर यहां खानापूर्ति की जाती है। पीलू लगी सब्जियां परोसी जाती हैं। सभी स्थानीय अधिकारियों से शिकायत करने पर कोई असर नहीं हुआ।
जानकारी के मुताबिक, पूरा मामला रक्सौल प्रखंड क्षेत्र के परसौना तपसी पंचायत के जयंत टोला उत्क्रमित मध्य विद्यालय से जुड़ा है। यहां पिछले दो-तीन दिनों से बच्चों को खाने में सड़ी और कीड़े लगी सब्जी दी जा रही है। बच्चों की शिकायत पर अभिभावक विद्यालय पहुंचे, जहां सच्चाई सामने आई। बताया जा रहा है कि पहले भी इस विद्यालय में ऐसा कारनामा हो चुका है और प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को शिकायत की जा चुकी है। लेकिन प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने कोई कदम नहीं उठाया। बाद में प्रधानाध्यापिका और प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी महोदया की हरकतों से तंग आकर ग्रामीणों ने इसकी शिकायत शिक्षा विभाग पटना को कर दी।
उसके बाद अगले दिन तुरंत जांच के लिए एमडीएम की टीम विद्यालय पहुंची। भनक लगते ही उक्त मौके पर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी महोदया भी जांच के लिए पहुंचीं। जहां एमडीएम टीम वालों के सामने ही प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी महोदया और प्रधानाध्यापिका की पोल खुलने लगी। छात्र-छात्राओं और ग्रामीणों का कहना है कि पिछले दो-तीन दिनों से कीड़े वाला खाना दिया जा रहा है। उसकी शिकायत करने के बाद भी कोई कदम नहीं उठाया गया।