Bihar: विशेष राज्य के दर्जे की मांग से JDU ने काटी कन्नी, राष्ट्रीय महासचिव बोले- 2025 में मिलेगा और बड़ा पैकेज


प्रेस वार्ता के दौरान अन्य नेताओं के साथ जदयू के राष्ट्रीय महासचिव भगवान सिंह कुशवाहा
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बिहार को विशेष राज्य के दर्जे की मांग को जदयू ने फिलहाल ठंडे बस्ते में डाल दिया है। पार्टी के बड़े नेता भी अब इस मांग से कन्नी काट रहे हैं। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और विधान पार्षद भगवान सिंह कुशवाहा ने शुक्रवार को प्रेसवार्ता में विशेष राज्य की मांग पर कन्नी काटते हुए कहा कि बिहार विभाजन के पहले से पार्टी यह मांग करती रही है। उस वक्त राज्य की परिस्थितियां विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने लायक थीं, लेकिन कतिपय कारणों से यह मांग पूरी नहीं हो सकी। इसके बावजूद पार्टी की यह मांग बनी रही। पार्टी आज भी यह चाह रही है कि राज्य को विशेष दर्जा मिले, लेकिन बिहार अभी विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने के नीति आयोग के मानक पर फिट नहीं बैठ रहा है।
भगवान कुशवाहा ने कहा कि हालांकि नीति आयोग में हमारी पार्टी के वरिष्ठ नेता राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह हैं। अब अगर पार्टी विशेष राज्य के दर्जे की मांग को लेकर जबरदस्ती करेगी तो और भी राज्य मानक के विपरीत विशेष राज्य के दर्जे की मांग करने लगेंगे। उन्हें उम्मीद है कि भविष्य में मानक बदलेंगे और अनुकूल स्थिति भी आएगी। उन्होंने कहा कि अभी जो केंद्रीय बजट में 59 हजार करोड़ का विशेष पैकेज मिला है, वह राज्य के केंद्रीय कर के 45 प्रतिशत हिस्से की अतिरिक्त राशि है। साथ ही राज्य सरकार ने भी 2024-25 के चार महीने के अनुपूरक बजट में 47 हजार 512.11 करोड़ का प्रावधान किया है। इन दोनों राशि से राज्य में अधिक से अधिक विकास होगा। विकास की रफ्तार तेज होगी। केंद्र सरकार ने हमारी मांगे मानी, इसके लिए हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार प्रकट करते हैं।
वहीं, जदयू नेता भगवान कुशवाहा ने दावा किया कि अभी यह विशेष पैकेज तो एक झांकी है। 2025 आने दीजिए, केंद्र से इतनी बड़ी राशि बिहार को मिलेगी, जिसकी कल्पना नहीं कर सकते हैं। प्रेसवार्ता में जदयू के औरंगाबाद जिलाध्यक्ष व रफीगंज के पूर्व विधायक अशोक कुमार सिंह, पूर्व जिलाध्यक्ष विश्वनाथ सिंह, जिला प्रवक्ता राजीव रंजन सिंह उर्फ राजा बाबू और तेजेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे।