पटना के पीएमसीएच में मुजफ्फरपुर के कुढ़नी प्रखंड क्षेत्र की दुष्कर्म पीड़िता मासूम बच्ची की मौत के बाद बिहार सरकार पर विपक्ष का हमला तेज हो गया है। इस घटना को लेकर पूर्व मंत्री और राजद विधायक इसराइल मंसूरी ने नीतीश सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि यह सरकार और स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का परिणाम है।
‘दलित बच्ची को नहीं दी गई समय पर चिकित्सा’
पूर्व मंत्री मंसूरी ने कहा कि अगर सरकार समय पर पीड़िता को इलाज और सुरक्षा देती, तो उसकी जान बचाई जा सकती थी। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या सिर्फ इसलिए उस बच्ची की उपेक्षा हुई क्योंकि वह दलित और गरीब थी? उन्होंने दावा किया कि अगर वह किसी अन्य वर्ग की होती, तो उसे हर संभव मदद दी जाती और शायद उसकी मौत भी नहीं होती।
‘मंगलराज नहीं, लौटाएं जंगलराज’
मंसूरी ने भाजपा नेता मंगल पांडे और सरकार पर तंज कसते हुए कहा, “हमें मंगल पांडे वाला मंगलराज नहीं चाहिए जिसमें दलित बच्ची और आम आदमी सुरक्षित नहीं हैं। इससे बेहतर तो जंगलराज ही था, जिसमें कम से कम ऐसी घटनाएं नहीं होती थीं।” उन्होंने कहा कि वर्तमान सुशासन सरकार पूरी तरह फेल साबित हो रही है।
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उच्च स्तरीय जांच और मुआवजे की मांग
इसराइल मंसूरी ने इस मामले में उच्च स्तरीय जांच समिति के गठन की मांग की है। साथ ही दोषियों को कड़ी सजा दिलाने और पीड़िता के परिवार को न्याय व उचित मुआवजा देने की अपील भी की। उन्होंने कहा कि सरकार को इस मामले में पूरी जवाबदेही लेनी चाहिए।
‘दलितों के साथ दोहरा मापदंड’
राजद विधायक ने कहा कि यह साफ तौर पर दिखाता है कि सरकार का रवैया दलितों के प्रति भेदभावपूर्ण है। उन्होंने आरोप लगाया कि जब पीड़ित दलित होता है, तो सरकार की संवेदनशीलता खत्म हो जाती है।